छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में सोमवार को जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित अधिकतर व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के आह्वान पर दुकानें बंद रहीं, जिसमें सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और जमशेदपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स समेत विभिन्न व्यावसायिक संगठनों का व्यापक समर्थन मिला।

साकची, बिष्टुपुर, गोलमुरी, कृषि बाजार समिति में बंद का व्यापक असर देखा गया। कदमा, सोनारी और मानगो में अधिकतर प्रतिष्ठान खुले रहे। यहां बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। बंद से दवा दुकान, नर्सिग होम व पेट्रोल पंप को मुक्त रखा गया था, वहीं स्कूल-कॉलेज, सरकारी या गैर सरकारी कार्यालय से लेकर यातायात भी सामान्य रहा। बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। अपनी दुकानें बंद रखकर व्यापारियों ने जहां आतंकियों के कायराना हरकत की भ‌र्त्सना की। वहीं, केंद्र सरकार से भी मांग की है कि इस हमले के लिए पाकिस्तान को करारा जवाब मिलना चाहिए।

इन संगठनों ने किया समर्थन

जमशेदपुर ज्वेलर्स एसोसिएशन, जमशेदपुर डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन, जमशेदपुर कमर्शियल टैक्स बार एसोसिएशन, जमशेदपुर थोक वस्त्र विक्रेता संघ, सीए सोसाइटी जमशेदपुर, प्लाइवुड ट्रेडर्स एसोसिएशन, कृषि उत्पादन बाजार समिति, जमशेदपुर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन, साकची रिटेल मर्चेट एसोसिएशन, बिष्टुपुर ट्रेडर्स एसोसिएशन व कमानी सेंटर शॉप ऑनर्स एसोसिएशन।

पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में बंद पूरी तरह से सफल रहा। सभी व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठानों को विरोध स्वरूप बंद रखा। इस बंद का उद्देश्य सरकार को यह संदेश देना था कि अब बहुत हुआ, पाकिस्तान को इस कायराना हरकत का माकूल जवाब मिलना चाहिए।

-सुरेश सोंथालिया, राष्ट्रीय सचिव, कैट

बंद पूरी तरह से सफल रहा। सभी व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद कर एकता का परिचय दिया। इस बंद के माध्यम से हमारे वर्ग ने सरकार को बता दिया है कि प्रधानमंत्री कठोर निर्णय लें, हम उनके साथ है। देश के अंदर और बाहर अब एक भी आतंकी बचना नहीं चाहिए।

-आलोक चौधरी, अध्यक्ष, जमशेदपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स