जमशेदपुर (ब्यूरो): काम शुरू होने के बाद 10 दिनों के अंदर नया मोटर पंप सेट लगा दिया जाएगा। उक्त बातें पेयजल एवं स्वच्छता यांत्रिक प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुनीता कुमारी सामंत ने पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता, उप मुखिया संतोष ठाकुर एवं झामुमो बागबेड़ा इकाई अध्यक्ष अजीत सिन्हा से कार्यालय में मूलाकात के दौरान कहीं।

किया निरीक्षण

इसके पूर्व कार्यपालक अभियंता सुनीता कुमारी सामंत ने एसडीओ जितेंद्र कुमार, जेई कृष्ण कुमार किसुन, पंचायत पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता, उप मुखिया संतोष ठाकुर एवं झामुमो बागबेड़ा इकाई अध्यक्ष अजीत सिन्हा के साथ संयुक्त रूप से बिष्टुपुर फिल्टर पंप हाउस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नया मोटर पंप सेट लगाने का स्थल चिन्हित कर मापी की गई। बताते हैं कि पुराने मोटर पंप सेट के फाउंडेशन को तोडक़र नया बेसमेंट का निर्माण कार्य सोमवार से प्रारंभ किया जाएगा।

राशि अधिकृत की गई

पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता ने बताया कि नया मोटर पंप सेट लगाने हेतु जिला योजना अनाबद्ध मद से पेयजल एवं स्व'छता यांत्रिक प्रमंडल जमशेदपुर के कार्यपालक अभियंता सुनीता कुमारी सामंत को 12,60,370 रुपए की राशि अधिकृत कर दी गई है, जिसमें रांची के संवेदक कल्कि कॉरपोरेशन को 7,56,222 रुपए रुपए विमुक्त कर निर्माण कार्य सुनिश्चित की जाएगी। शेष राशि कार्य समाप्त होने के बाद भुगतान करने की बात कही गई है। इस दौरान बागबेड़ा कॉलोनी में लगभग 10 दिनों तक जलापूर्ति बाधित रहेगी। इसके लिए पूर्व जिप उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह के निजी पानी टैंकर से पीने का पानी नि:शुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा।

एक दिसंबर से जलापूर्ति हैै बंद

बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी फिल्टर प्लांट में लगे मोटर में खराबी के कारण एक दिसंबर की शाम से जलापूर्ति बंद है। बागबेड़ा के लोग पेयजल एवं स्व'छता विभाग एवं पंचायत के चक्कर से तंग आ चुके हैं। स्थिति यह है कि हर दो-तीन दिनों में मोटर जल जा रहा है और यहां के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। बागबेड़ा के 1140 घरों के करीब 20 हजार लोग फिल्टर प्लांट निर्माण के लिए आए एक करोड़ 88 लाख रुपए से भी कोई काम नहीं हो रहा है। नया मोटर लगाने के लिए भी फंड उपलब्ध है। भाजपा नेता सुबोध झा ने कहा कि नई मोटर लगाने के लिए 12 लाख 60000 रुपया का फंड फिर से मिल गया है। इस मामले में हाई कोर्ट के आदेश का भी पालन नहीं हो रहा है। इस कारण मामले का समाधान नहीं हो पा रहा है।