JAMSHEDPUR: लगातार दो मैचों में अंक बांटने के बाद जमशेदपुर एफसी शुक्रवार को कोच्चि के यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होने वाले अपने अगले मैच में मेजबान केरला बलास्टर्स को हराकर इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) के छठे सीजन में शीर्ष स्थान पर पहुंचना चाहेगी। दूसरी तरफ केरला ब्लास्टर्स की कोशिश जीत की पटरी पर लौटने की होगी। केरला ने इस सीजन का उद्घाटन मैच जीतने के बाद से पिछले छह मैचों में अब तक एक भी मैच नहीं जीता है। इन छह मैचों में टीम ने अब तक तीन ड्रॉ खेले हैं जबकि इतने ही हारे हैं और वह अंकतालिका में आठवें नंबर पर है।

केरला ब्लास्टर्स राह नहीं आसान

जमशेदपुर के खिलाफ होने वाला यह मैच केरला के लिए आसान नहीं होने वाला है, जो इस समय तीन जीत के साथ 12 अंक लेकर तालिका में चौथे नंबर पर है। जमशेदपुर की कोशिश इस मैच से तीन अंक हासिल करके शीर्ष पर पहुंचने की है।

कोच एल्को स्काटोरी की टीम केरला को एफसी गोवा और मुंबई सिटी के खिलाफ पिछले मैचों में अंत में गोल खाकर अंक बांटने पर मजबूर होना पड़ा है। टीम के लिए खतरे की बात यह है कि जमशेदपुर ने पिछले नौ गोलों में चार गोल अंतिम समय के 15 मिनटों में दागे हैं और ऐसे में केरला को जमशेदपुर से सतर्क रहने की जरूरत है।

नहीं खेलेंगे जेएफसी के पिटी

जमशेदपुर एफसी के लिए अच्छी बात यह है कि फारूख चौधरी, सीके विनीत और अनिकेत जाधव जैसे खिलाड़ी अच्छा कर रहे हैं। हालांकि स्ट्राइकर सर्जियो कास्टेल और मिडफील्डर पिटी की गैर मौजूदगी से टीम के गेम प्लान पर प्रभाव पड़ सकता है और यह केरला को थोड़ी राहत दे सकती है।

केरला ब्लास्टर्स अच्छी टीम : इरियांडो

जमशेदपुर एफसी के कोच एंटोनियो इरियांडो ने कहा, मुझे नहीं पता कि केरला की हार का क्रम का टीम पर क्या प्रभाव पड़ेगा लेकिन केरला एक अच्छी टीम है। सीजन के पहले दौर में खिलाडि़यों के चोटिल होने के कारण किस्मत उनके साथ नहीं थी। उनकी खेलने की अच्छी शैली है, लेकिन इस तरह की छोटी लीग में आपके पास ज्यादा समय नहीं होता है। उन्होंने कहा, सर्जियो और पिटी टीम के लिए महत्वपूर्ण थे। अगर वे टीम में होते तो ये थोड़ा अलग होता। हमें उनकी थोड़ी कमी खल रही है। केरला बलास्टर्स की टीम पिछले चार मुकाबलों में जमशेदपुर को एक बार भी हरा नहीं पाई है वहीं पिछले 10 घरेलू मैचों में उसने केवल दो मैच जीते हैं।

मानसिक रूप से अलर्ट रहना होगा : स्काटोरी

केरला ब्लास्टर्स के कोच स्काटोरी की माने तो आखिरी समय में गोल खाना बहुत हद तक टीम की योग्यता पर भी निर्भर करता है। मैं अपने पिछले क्लबों के साथ भी टीम बैठक में इस बात को बार बार दोहराता आ रहा हूं कि मानसिक रूप से अलर्ट होना चाहिए। आपको इसका हल खोजना होगा।