जमशेदपुर (ब्यूरो): चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र के नया बाजार स्थित केदारनाथ झुनझुनवाला हाई स्कूल के महावीर व्यायामशाला में रविवार को वन प्रबंधन एवं संरक्षण महासमिति तथा जोहार भारत फाउंडेशन की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस के समापन पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप के रूप में झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शामिल हुए। इस दौरान राज्यपाल का वन सुरक्षा समिति की महिलाओं ने पांव पखार कर स्वागत किया। मौके पर राज्यपाल ने पौधारोपण किया और बैलून तथा कबूतर उड़ाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद राज्यपाल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

टॉपरों को सम्मानित किया

इस अवसर पर राज्यपाल ने मैट्रिक परीक्षा में स्टेट टॉपर श्रेया सोनगिरी, पांचवा टॉपर कुणाल पाल, प्रथम श्रेणी से मैट्रिक पास करने वाली दामिनी सबर समेत अन्य कई टॉपरों को सम्मानित किया। इसके साथ ही कोरोना काल में बेहतर काम करने के लिए कोरोना वारियर्स के रूप में प्रवीर बेहरा, आनंद मार्ग स्कूल के प्रधानाध्यापक सुनील महतो, मधुपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनील कुमार बेरा, चाकुलिया मारवाड़ी महिला समिति की अध्यक्ष बबीता रूंगटा, वन सुरक्षा समिति की अंजलि सोरेन, संगीता मुर्मू, शांति सोरेन, राधिका मुर्मू, शत्रुघ्न मुंडा समेत अन्य कई को भी सम्मानित किया गया। चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए जमशेदपुर के डॉ नागेंद्र सिंह को राज्यपाल ने शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

अपने जन्मदिन पर एक पौधा लगाएं

अपने संबोधन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि पर्यावरण का संतुलन और जल संरक्षण जरूरी है। पद्मश्री जमुना टुडू के नेतृत्व में महिलाओं द्वारा वनों की रक्षा करना शानदार है। उन्होंने सभी से अपने जन्मदिन पर एक पौधा लगाने और उसकी रक्षा करने को कहा। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अगले दो वर्ष में राज्य में एक करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया है। कहा कि आज पानी के लिए हर जगह जगह त्राहिमाम मचा है। झारखंड में वनों की रक्षा के लिए सरहुल जैसे पर्व मनाए जाते हैं। ऐसा कर पेड़ों की रक्षा का संदेश दिया जाता है। यह परंपरा शानदार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात में भी जमुना टुडू जैसी साहसी महिला की चर्चा हुई। राज्यपाल ने कहा कि समाज में हर किसी के बेहतर कार्य का सम्मान होना चाहिए। आज औद्योगिकरण भी जरूरी है, परंतु इसके साथ पर्यावरण की रक्षा भी जरूरी है। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखना होगा। राज्यपाल ने जल संरक्षण का संकल्प लेने के साथ ही प्लास्टिक के प्रयोग से बचने को भी कहा। कहा कि झारखंड में खनिज संपदा की भरमार है और इसका बेहतर प्रयोग होगा तभी राज्य का विकास होगा।

जंगलों को बचाना जरूरी

समारोह में पद्मश्री जमुना टुडू ने कहा कि पर्यावरण के लिए आज जंगलों को बचाना बेहद ही जरूरी हो गया है। वन का संरक्षण बहुत ही जरूरी है। जंगलों के विनाश के कारण ही जंगली हाथी जंगल से निकल कर गांव और शहर में उपद्रव मचा रहे हैं और ग्रामीणों का रहना मुश्किल हो गया है। समारोह को पश्चिम बंगाल झाडग़्राम के सांसद कुणाल हेंब्रम, घाटशिला के पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने भी संबोधित किया। समारोह का संचालन शंभू नाथ मल्लिक ने किया। इस मौके पर जमशेदपुर के एसएसपी प्रभात कुमार, उप विकास आयुक्त मनीष कुमार मंच पर उपस्थित रहे। इस दौरान काकुली मल्लिक, परमेश्वर रूंगटा, संजय कुमार लोधा, चंडी चरण मुंडा समेत सैकड़ों पुरुष और महिलाएं उपस्थित थीं।