नात-ए-पाक पर झूम रहे थे अकीदतमंद
जुलूस की कयादत तंजीम-ए-अहले सुन्नत के जेनरल सेक्रेटरी जियाउल मुस्तफा व मस्जिदों के पेश ए इमाम कर रहे थे। जुलूस में शामिल लोग ट्रेलर, ट्रक, कार व बाइक पर सवार थे। माइक्रोफोन पर बज रही नात-ए-पाक पर अकीदतमंद झूम रहे थे। जुलूस के आम बगान मैदान पहुंचने पर उलेमाओं ने तकरीर की। इस दौरान अकीदतमंदों को पैगंबर-ए-अकरम के बारे में बताया गया। जुलूस दौरान  रोड  साइड पर कई एक ऑर्गेनाइजेशंस के
द्वारा शिविर लगा कर अकीदतमंदों के बीच शर्बत और खिचड़ा का डिस्ट्रीŽयूशन किया जा रहा था। साकची गोलचक्कर पर ऑल इंडिया माइनारिटी वेलफेयर फ्रंट के द्वारा भी कैंप लगाया था।

मेरे फजल पर खुशी मनाओ
धातकीडीह मैदान में तंजीम-ए-अहले सुन्नत के जेनरल सेक्रेटरी मौलाना जियाउल मुस्तफा ने  कहा कि पैंगबर-ए-अकरम ने फरमाया है कि मेरे फजल पर खुशी मनाओ। मेरी रहमत पर खुशी मनाओ। इसलिए अहले सुन्नत हुजूर की रहमत पर जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाला जाता है। प्रोग्राम को शहिद फैजी ने कंडक्ट किया। इस मौके पर नायब मुफ्ती सलाउद्दीन निजामी, हाफिज असरार, सर्फुद्दीन खान, अŽदुल हन्नान व रियाजुद्दीन खान सहित अन्य प्रेजेंट थे।

कोर्ट के decision की सराहना
इस मौके पर गे कम्यूनिटी को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की सराहना की गई। मौलाना जियाउल मुस्तफा ने कहा कि हम जिंस परस्ती (होमोसेक्सुअल) को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के डिसीजन की तारीफ करते हैैं।

एडमिनिस्ट्रेशन ट्रैफिक अरेंजमेंट करने में रहा नाकाम
डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ट्यूजडे को निकलने वाले जुलूस ए मोहम्मदी को लेकर जो तैयारियां की थी वह पूरी तरह से नाकाम साबित हुई। जुलूस के कारण मानगो ब्रिज पूरी तरह से जाम रहा। जिन लोगों का मानगो चौक के पास ही डिमना रोड में घर अपने घर जाना था, उन्हें 4 से 5 किलोमीटर की दूरी तय कर पारडीह चौक व एनएच 33 होते हुए डिमना रोड आना पड़ रहा था। इससे लोगों को काफी प्राŽलम फेस करनी पड़ रही थी। कुछ ऐसी ही स्थिति साकची और बिष्टुपुर में भी देखने को मिली। सुबह के वक्त सडक़ों पर पूरी तरह से अव्यवस्था का आलम था। जगह जगह ट्रैफिक पुलिस की तैनाती जरूर की गई थी, लेकिन केवल नाम के लिए।

Report by: goutam.ojha@inext.co.in