फोटो 18 जेएमएल 17 व रवि

-सोमवार को कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों के बैंक खाते में सीधे बोनस की राशि भेज देगी

छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र (18 ह्रष्ह्ल, छ्वहृहृ) : टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई, टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज (पूर्व में जुस्को) के कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए अधिकतम 2,21,620 रुपये मिलेंगे। सोमवार को कंपनी प्रबंधन, जुस्को श्रमिक यूनियन से बिना किसी वार्ता के कर्मचारियों के बैंक खाते में सीधे बोनस की राशि भेज देगी।

जुस्को कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए फार्मूले के आधार पर छह करोड़ 88 हजार 620 रुपये मिलेंगे। जुस्को श्रमिक यूनियन में समय पर चुनाव नहीं होने के कारण उसकी कानूनी वैधता समाप्त हो चुकी है। ऐसे में कंपनी प्रबंधन बिना यूनियन से बोनस पर वार्ता किए इस वर्ष कर्मचारियों के खाते में सीधे बोनस की राशि भेजने का निर्णय लिया है। हालांकि यूनियन अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय व महामंत्री वीडी गोपाल ने रविवार शाम अपने बिष्टुपुर स्थित कार्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि चुनाव बाद वे जरूर बोनस पर प्रबंधन से बात करेंगे। यूनियन नेतृत्व को उम्मीद थी कि यदि वे बोनस पर प्रबंधन से वार्ता करती तो स्च्च्छ भारत अभियान व सेफ्टी मद में 17 से 20 लाख रुपये तक बढ़ा सकती थी। वहीं, यूनियन नेतृत्व का कहना है कि अगले वर्ष के लिए वे चुनाव बाद नए बोनस फार्मूले पर प्रबंधन से वार्ता करेगी।

पिछले वर्ष से कम मिले 97 लाख

जुस्को कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2018-19 में 6.97 करोड़ रुपये बोनस मिला था लेकिन फार्मूले के आधार पर कर्मचारियों को इस बार छह करोड 88 हजार 620 रुपये ही बोनस मिल रहा है जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 97 लाख रुपये कम है। यूनियन नेतृत्व का कहना है कि बोनस के लिए सर्विस लेवल गारंटी (एसएलजी), प्रोफिट बिफोर टेक्स (पीबीटी), पावर लॉस, वॉटर लॉस, ग्राहक संतुष्टि, दोबारा शिकायत, उत्पदकता, टोटल प्रोडक्टिविटी मैनेजमेंट (टीपीएम) व सेफ्टी के आधार पर बोनस की राशि तय की जाती है।

आर्थिक मंदी का पड़ा असर

अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय व महामंत्री वीडी गोपाल का कहना है कि बीएस-6 के कारण आई मंदी का असर जुस्को कर्मचारियों के बोनस पर पड़ा। आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियां बंद होने से बिजली की आपूर्ति में काफी कमी आई जिससे कंपनी को घाटा हुआ। कंपनी ने वर्ष 2018-18 में जहां 59 करोड़ रुपये का मुनाफा अर्जित किया था वच् आलोच्य अवधि में घटकर 44 करोड़ रुपये (15 करोड़ रुपये कम) हो गए। इसका सीधा असर कर्मचारियों के बोनस पर पड़ा। वहीं, सेफ्टी में तीन इंज्यूरी ऑन व‌र्क्स (आईओडब्ल्यू) व इंज्यूरी ऑन ड्यूटी (आईओडब्ल्यू) के तीन मामले हुए। इसके कारण भी कर्मचारियों के बोनस पर असर पड़ा है।

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कोट ::

कर्मचारियों को बोनस के रूप में एकमुश्त राशि मिल रही है। सभी इसकाच्इस्तेमाल बच्चों की पढ़ाई, भविष्य की बचत और घर बनाने में करें।

-रघुनाथ पांडेय, अध्यक्ष

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बोनस पर प्रबंधन ने जो पहल की है वह सराहनीय है। फार्मूले के कई लक्ष्य को हमने सफलतापूर्वक लगभग पूरा कर लिया था। लेकिन इसमें प्रबंधन से बात करने की गुंजाइश थी।

-वीडी गोपाल कृष्णा, महामंत्री

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टाटा मोटर्स कर्मियों के बैंक खाते में आज जा सकती है बोनस राशि

छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र (18 ह्रष्ह्ल, छ्वहृहृ) : टाटा मोटर्स कर्मचारियों का बोनस राशि सोमवार को उनके बैंक खाते में भेज दिया जायेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रबंधन ने बोनस राशि कर्मचारियों के बैंक खाते में भेजने की सभी प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली है। अगर कोई असामान्य स्थिति होने पर ही सोमवार को बोनस राशि बैंक खाते में जाने से रुक सकती है। उल्लेखनीय है कि बीते 12 अक्टूबर को प्रबंधन और यूनियन के बीच बोनस समझौता हुआ था जिसमें एक सप्ताह में बोनस राशि कर्मचारियों के बैंक खाते में भेजे जाने की बात कही गई थी। समझौते के मुताबिक10 फीसद बोनस के हिसाब से अधिकतम 46,001 व औसतन 32, 900 रुपये मिलेंगे। सुपरएनुएशन कर्मियों को 9,700 रुपये मिलेंगे। जबकि बाइ सिक्स कर्मियों को पूर्व की तरह उनके कार्य दिवस के मुताबिक 8.33 फीसद बोनस मिलेगा। समझौते से कंपनी के करीब 5600 स्थायी कर्मचारी व 3600 अस्थायी कर्मी लाभान्वित होंगे।