JAMSHEDPUR: भुवनेश्वर के किट् विश्वविद्यालय में खेले जा रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के पांचवें दिन आर्चरी प्रतियोगिता का फाइनल हुआ। आर्चरी रिकर्व टीम इवेंट के महिला वर्ग में केयू टीम की कोमालिका बारी, बसंती बिरुवा एवं सुमन पूर्ति ने अपने बेहतर स्कोर के साथ संत गार्गे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र शून्य के मुकाबले छह अंकों से पराजित कर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। वहीं, रिकर्व के मिक्स टीम इवेंट में भी केयू की कोमालिका बारी एवं सौरभ मुखी ने अपने सम्मिलित स्कोर से एमडी यूनिवर्सिटी, हरियाणा को दो के मुकाबले छह अंको से पराजित कर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। इंडिविजुअल ओलंपिक राउंड में केयू की कोमालिका बारी ने तीसरा स्थान प्राप्त कर कांस्य पदक अपने नाम किया। केयू के सभी विजेताओं को खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की ओर से मेडल, स्मृति चिन्ह एवं ट्रॉफी प्रदान की गई।

एनएसएस का स्पेशल कैंप शुरू

मिसेज केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज के एनएसएस यूनिट द्वारा पार्वतीपुर गांव में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर सात दिनों तक चलेगा। इसके अंतर्गत ग्रामीणों को जागरूकता आंदोलन के तहत नुक्कड़ नाटक मंचन, रैली एवं वृत्त चित्र द्वारा उन्हें जागरूक किया जायेगा। इसमें 50 स्वयंसेवक भाग लेंगे। बुधवार को शिविर के पहले दिन गांव के मुखिया रामचरण महतो ने इसका उद्घाटन किया। यह शिविर एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी शशिकिरण तिवारी एवं अजय कुमार पाठक के नेतृत्व में आयोजित की गई। रोहित महतो ने गांव की समस्याओं से अवगत कराया। इस शिविर के आयोजन में शितांशु शेखर, मयंक, राहुल आर्यन, डोली झा, अरविंद गुप्ता, संजय महतो, पल्लवी कर, परवीन कौर एवं रिया सिंह की सक्रिय भूमिका रही।

नए प्रिंसिपल का किया स्वागत

छात्र नेता उदय मुर्मू के नेतृत्व में घाटशिला कॉलेज घाटशिला के नए प्राचार्य पीके गुप्ता का विद्यार्थियों ने बूके देकर स्वागत किया। छात्र नेता उदय मुर्मू ने कहा कि घाटशिला कॉलेज घाटशिला आदिवासी बहुल क्षेत्रों में अवस्थित है। यहां पर 70 प्रतिशत से ज्यादा गरीब च्च्चे शिक्षा लेते हैं। विद्यार्थी की हर समस्या कॉलेज स्तरीय से ही निदान करने की बात रखी। मौके पर उदय मुर्मू, बासेत हंसदा, सपाई सोरेन, सुराई मराडी, भीमसेन मुर्मू समेत अन्य विद्यार्थी मौजूद रहे।

मना विश्व मातृभाषा दिवस

बहरागोड़ा प्रखंड के मटिहाना स्थित बीएड कॉलेज में मंगलवार को विश्व मातृभाषा दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ। एसपी महालिक ने की। मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर तथा शहीद वेदी पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। रांची विश्वविद्यालय के बांग्ला विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष अर्धेन्दू शेखर बांसुरी ने मातृभाषा पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के युवा पीढ़ी को अपनी मातृभाषा को बचाने के लिए संकल्प लेने की जरूरत है। आप कहीं भी रहे आपके मातृभाषा से आप बात करें आप अपनी मातृभाषा से पहचाने जाएंगे। इस अवसर पर मुख्य वक्ता साहित्यकार निसार आमीन, आनंदपुर कॉलेज के प्रोफेसर रश्मि रानी दास, यूएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ अजय पांडा, एचओडी र¨वद्र बिहारी, प्रोफेसर बीएम गिरी आदि ने अपने विचार रखें।