जो भी चाहिए duplicate मिल जाएगा
परफ्यूम हो या सन ग्लासेज, कपड़े हो या वॉचेज सब कुछ मिल जाएगा और वो भी वल्र्ड के फेमस ब्रांड्स के नाम के साथ। कीमत भी इतनी कम की शायद उतने पैसों में ये कंपनीज अपने प्रोडक्ट्स के पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाली चीजें भी ना बेचे। बड़े-बड़े ब्रांड्स के डुप्लीकेट इन आइटम्स का कारोबार सिटी में तेजी से बढ़ रहा है। सिटी में बिष्टुपुर, साकची सहित कई मार्केट्स में डुप्लीकेट लग्जरी आइटम्स धड़ल्ले से बेचे जा रहे है। इन डुप्लीकेट लग्जरी आइटम्स की सबसे ज्यादा डिमांड यूथ के बीच है।

कई गुन कम रहती है price
चार हजार के रेंज में आने वाला किसी बड़े ब्रांड का शूज अगर तीन से चार सौ रुपए में मिल जाए या फिर वल्र्ड की फेमस आई वियर कंपनी का सनग्लास सौ रुपए में मिल जाए तो फिर भला कोई क्यूं पीछे रहे। कई लोग तो कम कीमत में बड़े ब्रांड के नाम के साथ बिक रहे इन डुप्लीकेट आइटम्स की खरीदारी इनकी हकीकत जानते हुए करते है, वहीं कई धोखे में आकर ऐसी प्रोडक्ट्स की खरीदारी कर लेते हैं। बिष्टुपुर स्थित एक दुकानदार ने बताया की ऐसे आइट्मस खरीदने वाले ज्यादातर यूथ होते हैं, जो जिनके पास बजट कम रहता है या जो कम पैसों में रौब झाडऩा चाहते हैं। सिटी के मार्केट में सबसे ज्यादा डिमांड डुप्लीकेट सनग्लासेज, शूज, कपड़े, वॉचेज, परफ्यूम जैसे आइटम्स की है।

लगनी चाहिए रोक
कुछ महीनों पहले सिटी में एक मल्टीनेशनल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स कंपनी के ब्रांड के नाम पर बेचे जा रहे डुप्लीकेट कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स भारी मात्रा में जŽत किए गए थे। सिंहभूम चैैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसिडेंट सुरेश संथालिया ने कहा कि सिटी में बड़े पैमाने पर डुप्लीकेट आइटम्स का कारोबार हो रहा है। उन्होंने कहा कि फेक प्रोडक्ट्स के इस बढ़ते बाजार पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।

2015 तक double हो जाएगा ये बाजार
एसोचैम द्वारा हाल ही में जारी किए गए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कंट्री में काउंटरफेट लग्जरी प्रोडक्ट्स का मार्केट 40 से 45 परसेंट कंपाउंडेड एनुअल ग्र्रोथ रेट से बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रेजेंट के 2500 करोड़ रुपए से बढक़र 2015 तक ये मार्केट 5600 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। रिपोर्ट में बताया गया है कि फेक लग्जरी प्रोडक्ट्स के मार्केट में 25 परसेंट शेयर वेब शॉपिंग पोर्टल्स का है। रिपोर्ट में करीब 80 परसेंट इमीटेशन लग्जरी प्रोडक्ट्स चाइना से आने की बात कही गई है। इन फेक लग्जरी प्रोडक्ट्स में सबसे ज्यादा हिस्सा हैैंडबैग, वॉचेज, शूज, परफ्यूम, क्लॉथ, सनग्लासेज, हैट्स, ज्वेलरी जैसे प्रोडकक्ट्स के होने की बात कही गई है।

'सिटी के कई मार्केट्स में डुप्लीकेट  प्रोडक्ट्स की सेलिंग होती है। ये इंडस्ट्री के लिए तो गलत है ही साथ ही सोसाइटी के लिए भी गलत है। इस पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए.'
-सुरेश संथालिया प्रेसिडेंट, सिंहभूम चैैंबर ऑफ कॉमर्स

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in