JAMSHEDPUR: टेल्को थाना क्षेत्र जेम्को महानंद बस्ती में मोनी दास की हत्या उसी के पुराने साथी भीम कामत ने साढ़े तीन लाख की सुपारी देकर कराई। फिलहाल वीरे हत्याकांड मामले में भीम कामत घाघीडीह जेल में बंद है। दलवीर सिंह वीरे की हत्या 2013 में जेम्को में ही कर दी गई थी।

टेल्को थाना की पुलिस ने 72 घंटे में नितेश सिंह, सन्नी ठाकुर, बबलू दास, पवन कुमार, पंकज मांझी और रोहित मिश्रा को हत्या में गिरफ्तार किया है। घटना में प्रयुक्त चार पिस्तौल, पांच मोबाइल, दो बाइक और आरोपितों के पहने कपड़े भी बरामद किए गए हैं। हत्या की वजह भीम कामत से जेम्को में मिश्रा बागान की जमीन की खरीद-बिक्री करने, ईंट, बालू और गिट्टी और व्यवसाय को लेकर विवाद होना सामने आया है।

कभी हुआ करते थे दोस्त

मोनी दास व भीम कामत कभी दोस्त हुआ करते थे। हत्या समेत अन्य मामले में जेल में भी साथ-साथ रहे। जेल से निकलने के बाद मोनी दास ने भीम कामत को किनारा कर दिया। अकेले प्ला¨टग कर जमीन बेचने लगा और सप्लाई का धंधा बढ़ाने लगा, जिसके कारण दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ती गई। भीम ने उसे धमकी भी दी थी। मामला हत्या तक पहुंच गया।

50 हजार दिया था एडवांस

साकची थाना कैंपस में एसएसपी एम तमिल वानन ने रविवार को पत्रकारों को हत्या मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले भीम कामत ने हत्या के लिए जेल में बंद कृष्णा गोप से संपर्क किया। साढ़े तीन लाख रुपये में हत्या का सौदा किया। आदित्यपुर थाना क्षेत्र हतिया बस्ती के बबलू दास से कृष्णा गोप ने हत्या के लिए आदित्यपुर के मांझी टोला संजय नगर के शूटर पवन कुमार, सालडीह बस्ती के पंकज मांझी और मांझी टोला निर्मलनगर के रोहित मिश्रा को तैयार किया। भीम कामत के करीबी और व्यवसाय का देख-रेख करने वाले परसुडीह बारीगोड़ा निवासी नितेश कुमार सिंह ने 50 हजार रुपए एडवांस बबलू दास को शूटरों को देने के लिए दिया। शूटरों को हथियार बबलू ने उपलब्ध करा दिया। 10 दिन तक शूटर अपने-अपने स्तर से मोनी दास की रेकी करते रहे।

सन्नी ठाकुर ने रेकी की

टेल्को जेम्को आजाद बस्ती निवासी भीम कामत का साथी सन्नी ठाकुर जो मोनी दास के घर और दुकान से कुछ ही दूरी पर रहता है। घटना के दिन उसने मोनी दास की रेकी की। बबलू दास को बताया कि अपने भाई की दुकान पर मोनी दास बैठा है। एक बाइक पर सवार तीनों शूटर दुकान के पास पहुंचे। पवन कुमार बाइक पर बैठा रह गया। पंकज मांझी और रोहित मिश्रा बाइक से उतर सीधे मोनी दास के पहुंचे। ग्राहक बनकर पाइप लेने की बात कही। रोहित मिश्रा ने पिस्तौल निकाली और मोनी के सीने में सटाकर गोली मार दी। वह धक्का देकर बगल गली में भागने की कोशिश करने लगा तो पीछे से भी फायरिंग कर दी। वह जमीन पर गिर गया। पंकज मांझी ने भी गोली चलाई, लेकिन पिस्तौल का कॉग फंस गया था। घटना को अंजाम देने के बाद सभी शूटर बाइक पर सवार होकर भाग निकले थे। मोनी दास को उसके भाई किशोर दास एमजीएम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई।

रिमांड पर लेगी पुलिस

एसएसपी एम तमिल वानन ने बताया मोनी दास हत्याकांड के साजिशकर्ता भीम कामत और कृष्णा गोप को पुलिस हत्या मामले में रिमांड करेगी। जरूरत होने पर दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। हत्याकांड में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए छह आरोपितों को भी रिमांड पर पुलिस लेगी। अनुसंधान में जो बातें सामने आएगी। आगे की कार्रवाई की जाएगी.एसएसपी ने बताया 15 दिन पहले मोनी दास को सिटी एसपी कार्यालय में हाजिरी लगाने को जिला उपायुक्त को विभागीय पत्र भेजा गया था।

30 जुलाई को हुई थी हत्या

मोनी दास की हत्या 30 जुलाई को तीन अपराधियों ने उस समय गोली मारकर दी गई थी जब वह अपने भाई की सेनिटरी दुकान में बैठा था। मृतक का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ हत्या के तीन, आ‌र्म्स एक्ट और फाय¨रग के मामले दर्ज हैं। एक साल पहले वह ट्रांसपोर्टर दलवीर सिंह वीरे की हत्या मामले में बरी होकर जेल से छूटा था।