CHAIBASA: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) का मनोविज्ञान विभाग 25 से 29 सितंबर तक तक नेशनल रिसर्चर्स वर्कशॉप का आयोजन करने जा रहा है। इसको लेकर विश्वविद्यालय में जोर-शोर से तैयारी की जा रही है। इस अनुसंधानशाला में भारत के कोने-कोने से मनोविज्ञानी एवं विशेषज्ञ भाग लेंगे। अभी तक झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, मिजोरम, नागालैंड, असम, त्रिपुरा और मैसूर से शोधार्थियों की स्वीकृति इस कार्यक्रम के लिए प्राप्त हो चुकी है। कार्यक्रम में ऑर्गनाइ¨जग चेयरमैन सह सोशल साइंस विभाग के डीन डॉ जेपी मिश्रा ने बताया कि 21वीं सदी में अनुसंधान की नई-नई विधियां मनोवैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों के द्वारा अपनाई जा रही हैं। कोल्हान विवि, चाईबासा में अनुसंधान के क्षेत्र में वर्तमान जगत की समस्याओं को पारदर्शी रूप में किस प्रकार से समाजोपयोगी बनाया जाए इसके लिए पांच दिवसीय नेशनल रिसर्चर्स वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। चूंकि चाहे सामाजिक विज्ञान हो या वाणिज्य, कला या फिर विज्ञान हो, अनुसंधान सभी से परस्पर जुड़ा हुआ है। अत: हर क्षेत्र में अनुसंधान से जुड़े विद्वानों के लिए यह कार्यशाला नई दिशा प्रदान करेगी। नेशनल रिसर्चर्स वर्कशॉप में देश भर के विद्वानों को बुलाकर अनुसंधान की नई-नई तकनीकों को कोल्हान के शोधार्थियों को अवगत कराया जाएगा। कोल्हान विवि की कुलपति डॉ। शुक्ला मोहंती की अनुसंधान से जुड़े विषयों में शुरू से काफी रूचि रही है। उन्हीं के प्रयास सेच्बच्चों के हित में इस नेशनल रिसर्चर्स वर्कशॉप को विवि करा रहा है।

प्रोवीसी प्रस्तुत करेंगे शोध पत्र

25 सितंबर से शुरू हो रहे नेशनल रिसर्चर्स वर्कशॉप में कोल्हान यूनिवर्सिटी के प्रोवीसी डॉ। रणजीत सिंह अपना शोधपत्र भी प्रस्तुत करेंगे। इसका विषय रिसर्च मैथडोलाजी आन ग्रीन साइको कैमिस्ट्री है। यह पूरा कार्यक्रम विवि परिसर में बने सीनेट हाल में होगा। कार्यशाला में विद्यार्थी 600 रुपये, रिसर्च स्कालर 800 रुपये, शिक्षक 1000 रुपये शुल्क जमा कर पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि 20 सितंबर है।

ऑर्गनाइ¨जग कमेटी के पदाधिकारी

डॉ शुक्ला मोहंती-चीफ पैटर्न

डॉ। रंजीत कुमार सिंह-पैटर्न

डॉ। एसएन सिंह-एडवाइजर इन चीफ

डॉ। जेपी मिश्रा-ऑर्गनाइ¨जग चेयरमैन

डॉ। जकी अख्तर-ऑर्गनाइ¨जग सेक्रेटरी