-घर का सारा सामान निकालकर जलाया, छोड़े पोस्टर

-50-60 नक्सलियों ने दिया घटना को अंजाम

-गुड़ाबांदा धिरीघुटू गांव में शुक्रवार रात 12 बजे की है घटना

-कान्हु मुंडा व सचिन के घर की कुर्की का दिया जवाब

-एएसपी अभियान बोले, पारिवारिक विवाद में हुई है घटना

GHATSHILA: गुड़ाबांदा प्रखंड अंतर्गत फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के धिरीघुटू गांव में नक्सलियों ने दो घंटे तक गांव के दो पुलिसकर्मियों के घर में जमकर तोड़-फोड़ की और घर के सामानों को आग के हवाले कर दिया। शुक्रवार की रात करीब क्ख् बजे लगभग म्0 नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया। जानकारी मिलते ही एएसपी अभियान प्रणव आंनद झा के साथ श्यामसुन्दरपुर थाना प्रभारी मुकेश कुमार चौधरी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे।

म्0 नक्सली थे मौजूद

जमशेदपुर जैप-म् में कार्यरत शंकर हेम्ब्रम के पिता प्रधान हेम्ब्रम ने बताया कि रात में करीब क्ख् बजे दरवाजा खटखटाने की आवाज आई। घर के पीछे का दरवाजा खोला को खोला तो देखा कि दो महिला समेत हथियार व डंडों से लैस भ्0-म्0 लोग मौजूद थे। इसके बाद प्रधान पीछे के दरवाजे से भाग गए। प्रधान हेम्ब्रम की पत्नी पोमा हेम्ब्रम ने बताया कि बहुत सारे लोग मेन गेट तोड़कर घर में घुस गए और छप्पर तोड़ डाली। साथ ही घर के सारे सामानों में आग लगा दी। इतना ही नहीं नक्सलियों ने दो बैल, दो खस्सी, क्0 से ज्यादा मुर्गे, क्क् हजार रुपए, दो सेट सोने की कान की बाली और चांदी का तोड़ा, पीतल के बर्तन व चावल की बोरी आदि ले गए। नक्सलियों ने दोनों को पुलिस का काम नहीं छोड़ने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। जाते-जाते नक्सली लगभग एक दर्जन पोस्टर घटनास्थल पर छोड़ गए। नक्सली पोस्टर से यह पता चलता है कि नक्सलियों ने कान्हू मुंडा व सचिन के घर की गयी कुर्की का जवाब इस घटना को अंजाम देकर दिया है। हालांकि पुलिस इसे पारिवारिक विवाद मानकर चल रही है।

पीडि़तों ने लगाया आरोप

प्रधान हेम्ब्रम के दो बेटे हैं एक बेटा शंकर हेम्ब्रम वर्तमान में जमशेदपुर मे जेप-म् में पदस्थापित है और दूसरा रोबिन चंद्र हेम्ब्रम इलाहाबाद में सीआरपीएफ में कार्यरत है। दोनों पर उनके चचरे भाई सनातन हेम्ब्रम की पत्नी मायनो हेम्ब्रम की हत्या करने का आरोप है और गुड़ाबांदा थाना में मामला दर्ज है। सनातन हेम्ब्रम झारखंड पुलिस में कार्य करता है। उस पर उसकी पहली पत्नी ¨पड्राशोली निवासी मायनो हेम्ब्रम की हत्या के आरोप में जेल भेज दिया है। सनातन की दूसरी पत्नी सालगे हेम्ब्रम का आरोप है कि यह घटना स्व। मायनो हेम्ब्रम के परिवार वालों ने कराई है। उसके परिवार के श्यामचरण मुर्मू, नारायण मुर्मू, सालखु मुर्मू व दुखू मुर्मू ने गांव के और लोगों के साथ फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत की मुखिया फुलमनी मुर्मू व उसके पति के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है। इधर, मुखिया फुलमनी मुर्मू ने बताया कि वह गर्भवती है। उसके पति सीआरपीएफ में नौकरी करते हैं। उन्होंने सारे आरोपों को खारिज किया।

परिजानों के मुताबिक यह घटना पारिवारिक विवाद है। इसे नक्सली रूप देने के लिए पोस्टरबाजी की गयी है। हम पोस्टरों की जांच करेंगे। इतनी संख्या में नक्सली नहीं आए होंगे। परिजनों के मुताबिक गांव वालों ने घटना में साथ दिया है। हमारी पुलिस की टीम क्षेत्र में एलआरपी कर रही थी। वर्तमान में प्रधान हेम्ब्रम के परिजनों की लिखित शिकायत पर प्रथम ¨बदु पर जांच चल रही है।

-प्रणव आनन्द झा, एएसपी अभियान