CHAIBASA: पश्चिम सिंहभूम जिला पुलिस और सीआरपीएफ 60 बटालियन ने डेरवा हाट बाजार से एक नक्सली को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) नक्सली संगठन का सक्रिय सदस्य सुनील बोदरा उर्फ सुशील डेरवा हाट-बाजार में राशन का कुछ सामान लेने के लिए आया हुआ है। उक्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए चाईबासा जिला पुलिस, सीआरपीएफ 60 बटालियन बी कंपनी के साथ एक संयुक्त छापामारी टीम का गठन किया गया और डेरवा हाट- बाजार पहुंचने पर लोगों से पूछताछ के क्रम में एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगा जिसे साथ गये। इस दौरान सशस्त्र बल के सहयोग से दौड़ाकर पकड़ा गया। नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम सुनील बोदरा उर्फ सुशील पिता स्व। सेलाय बोदरा सारा कुनैना बताया।

कई मामले हैं दर्ज

उक्त अभियुक्त पर गोईलकेरा थाना अंतर्गत दिनांक 10 फरवरी 2020 को डेरवा गांव के दिलबर भेंगरा के हत्या के साजिश में शामिल होने, पुलिस फोर्स को नुकसान पहुंचाने हेतु आईईडी बम लगाने, नक्सली पोस्टर बैनर लगाने के मामले में गोईलकेरा थाना अंतर्गत कांड के वांछित प्राथमिकी अभियुक्त को गिरफ्तार कर सोमवार को चाईबासा न्यायालय में उचित अभिरक्षा में उपस्थापन हेतु भेजा गया है। गिरफ्तारी टीम में 60 बटालियन कंपनी के सहायक कमांडेंट संजीत कुमार, गोइलकेरा थाना प्रभारी विकास कुमार, पुअनि। असीम कुमार लकड़ा, पुअनि। दिनेश कुमार मंडल, परि। पुअनि। रंजीत कुमार महतो के अलावा सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे।

नक्सली हमले की साजिश नाकाम

उधर, पुलिस ने घोर नक्सल प्रभावित सोनुवा के अर्जुनपुर पुलिस पिकेट को पर नक्सली हमले की साजिश को विफल कर दिया है। बताया जा रहा है कि भाकपा माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्य जीवन कंडुलना और उसके दस्ते के द्वारा सोनुवा थाना क्षेत्र के अर्जुनपुर पिकेट पर हमला किए जाने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई थी। इसके बाद सक्रिय हुई चाईबासा पुलिस और 60 बटालियन की ओर से संयुक्त अभियान चलाते हुए चार नक्सलियों को झलियामारा गांव से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त में से सोनुवा थाना के पाताहातु निवासी बुधराम गागराई (25 वर्ष) व पाताहातु गांव के टोला तालासाई निवासी गोमिया बांकिरा (19 वर्ष) सहित दो नाबालिग शामिल है। गिरफ्तार अभियुक्तों की तलाशी ली गई तो इनके पास से तीन तीर बम, एक देसी पिस्टल, एक ¨जदा गोली, 4 मोबाइल व अन्य सामान बरामद किया गया है। जिन्हें विधिवत रूप से जब्त कर लिया गया। तीन बमों को सीआरपीएफ की बटालियन की बीडीएस टीम के द्वारा वहीं पर नष्ट कर दिया गया।