जमशेदपुर (ब्यूरो)। नये लेखकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है। पत्र में सीएम से जल्द मदद करने को कहा है। पत्र में लेखक
अंशुमन भगत ने लिखा है कि राज्य सरकार प्रतिभावान लेखकों की आर्थिक समस्या से निजात दिलाए। लेखक समाज के सृजन में अपना बहुमूल्य योगदान देतेे हैं और लेखनी के माध्यम से समाज को एक नया आयाम देते हैं। राज्य लेखकों के लिए और उनके प्रोत्साहन के लिए कुछ कार्य और योजना बनाने की जरूरत है। राज्य के ट्राइबल लेखक और हिंदी साहित्य के लेखकों की लेखनी समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने की जरूरत है, जिसमें सरकार महती भूमिका अदा कर सकती है।
प्रतिभाओं की कमी नहीं
राज्य में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस उन्हें मौका या कहें तो जो सहयोग मिलना चाहिए वह नहीं मिल रहा। प्रतिभावान लेखक आगे बढऩे से वंचित रह जाते हैं। इससे लेखकों में निराशा है। ऐसे में लेखकों को सरकार को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

राज्य में प्रतिभाशाली लेखकों की कमी नहीं हैं पर अन्य राज्यों की तरह उन्हें प्रोत्साहित नहीं किया जा रहा है। न इससे उनमें निराशा और कुंठा है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
अंशुमन भगत

अक्सर नए लेखक इस क्षेत्र में आ तो जाते हैं, लेकिन सही प्रोत्साहन ना मिलने पर बात यहां आकर ठहर जाती है कि जिनके पास शोहरत और लोकप्रियता है, वो आगे निकल जाते हैं और नव युवा इस क्षेत्र में आ कर भी सहायता ना मिलने के कारण सिमट कर रह जाते हैं।
सुप्रिया कुमारी

साहित्य के क्षेत्र में एक लेखक खुद को साबित करने के लिए काफी मेहनत करता है। इसलिए लेखकों को भी लेखन के क्षेत्र में सरकार से बढ़ावा मिलना चाहिए।
मिथलेश कौशिक

कई युवा लेखक खराब आर्थिक स्थिति से लड रहे हैं। इससे उनकी प्रतिभा मर रही है। सरकार जल्द राहत पहुंचाए।
कुमारी छाया