जमशेदपुर (ब्यूरो): सिटी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की की स्थिति को बदहाल है ही, बस स्टॉप भी जर्जर हो गए हैैं। पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार की पहल पर शहर में विभिन्न स्थानों पर लोगों की सुविधा के लिए बस स्टॉप का निर्माण कराया गया था, लेकिन आज इनमें से ज्यादातर बस स्टॉप बदहाल हो गए हैं या फिर कई स्थानों पर स्थानीय दुकानदारों और ऑटो चालकों ने कब्जा जमा लिया है।

बस स्टॉप पर सज रही दुकानें

सिटी में कई जगह स्टॉपेज पर तो दुकानें सज रही हैं। मुख्य शहर में अगर यह देखना हो तो बाग-ए-जमशेद गोलचक्कर के पास वाले बस स्टॉप पर इसे देखा जा सकता है। इसी तरह बारीडीह के एक बस स्टॉप में भी दुकानें सज रही हैं। टेल्को का बस स्टॉप तो रैन बसेरा ही बन चुका है। टाटा-कांड्रा मेन रोड पर उषा मोड़ के पास पंचर की दुकान खोल दी गई है। कमोबेश यही स्थिति अन्य जगहों पर बने बस स्टॉप की हैं।

यात्रियों को नहीं मिला लाभ

बस स्टॉप इसलिए बनाए गए थे, ताकि यात्रियों को सुविधा हो। बारिश या धूप से बचाव हो और वे यहां से बस में चढ़ और उतर सके, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि आज तक इन स्टॉपेज पर कभी कोई बस रुकी ही नहीं। बसें स्टॉपेज से पहले या बाद में या फिर कहीं भी रुक जाती हैं।

बस स्टॉप की सीटें उखाडक़र ले गए

कई जगह तो बस स्टॉप को उखाडक़र एक किनारे फेंक दिया गया है। बिष्टुपुर स्थित वोल्टास हाउस के पास भी यही हाल है। वहीं, एक अन्य स्टॉप के पास ऑटो वालों का कब्जा है। उस रूट की बसें स्टॉप पर न रुककर आगे जाकर रुकती हैं। ऐसे में यात्रियों को स्टॉप का लाभ नहीं मिल पा रहा है।