-डिमना रोड के आशियाना चौक के पास बाइक सवार ने व्यक्ति को लिया चपेट में

-हादसे में घायल व्यक्ति को एमजीएम हॉस्पिटल ले गए लोग, डॉक्टरों ने मृत घोषित किया

-मुआवजा मिलने के बाद डिमना चौक से हटाया जाम

JAMSHEDPUR: डिमना रोड पर तेज रफ्तार की बाइक की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना मंगलवार सुबह की है। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर डिमना चौक को चार घंटे तक जाम किया। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मुआवजा देने के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए और उन्होंने जाम हटाया।

ऐसे हुई घटना

एमजीएम मेडिकल कॉलेज के मधुसुदन अपार्टमेंट से कुछ दूरी पर स्थित जयपाल बस्ती में रहनेवाले गंगाधर प्रमाणिक (भ्भ् वर्ष) नाई का काम करते थे। आशियाना मोड़ के पास एनएच-फ्फ् से जुड़ने वाली मुख्य सड़क पर पीपल के पेड़ के नीचे उनकी दुकान थी। गंगाधर के भाई अघनु प्रमाणिक ने बताया कि गंगाधर अपने परिवार में अकेले कमाने वाले व्यक्ति थे उनकी चार बेटियां हैं। वे मंगलवार की सुबह म् बजे घर से दुकान के लिए निकले थे। आशियाना मोड़ के पास रोड क्रॉस करने के दौरान तेज रफ्तार से आ रही पल्सर बाइक ने गंगाधर को चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक आरवीएस स्कूल का स्टूडेंट चला रहा था। घटना के बाद बाइक सवार स्टूडेंट स्थानीय लोगों के जुटने से पहले मौके से फरार हो गया।

पहुंचाया हॉस्पिटल

एक्सीडेंट के बाद स्थानीय लोगों ने गंगाधर प्रमाणिक को गंभीर अवस्था में एमजीएम हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स द्वारा गंगाधर को मृत घोषित कर दिया गया। उधर, गंगाधर की मौत होने की खबर मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने डिमना चौक जाम कर दिया गया। आक्रोशित लोग मृतक के परिजनों को मुआवजा और नौकरी की मांग कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने मृत गंगाधर की पत्नी को प्रशासन की तरफ से उचित मुआवजे देने की मांग को लेकर चार घंटे तक डिमना चौक जाम रखा। जाम की सूचना मिलते ही पटमदा ब्लॉक के बीईओ, एमजीएम थाना प्रभारी और उलीडीह थाना प्रभारी ने पहुंचकर मामले को शांत कर जाम हटवाया।

मिला ख्0 हजार मुआवजा

पटमदा बीईओ और एमजीएम थाना प्रभारी ने गंगाधर प्रमाणिक के परिजनों को तत्काल मुआवजे के रूप में ख्0 हजार रुपए दिए। एमजीएम थाना प्रभारी ने बताया कि चूंकि एक्सीडेंट आरवीएस के स्टूडेंट द्वारा तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने के क्रम में हुई है, इसलिए आरवीएस स्कूल प्रबंधन से भी गंगाधर की विधवा को स्कूल परिसर में नौकरी की मांग की जा रही है, जिससे गंगाधर के परिवार का भरण-पोषण हो सके।