छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पेशेंट के बेड तक पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई की जाएगी। इससे पेशेंट को बिना किसी रुकावट के बेड पर ही ऑक्सीजन मिल सकेगी। इसके लिए हॉस्पीटल कंपाउंड में लिक्विड ऑक्सीजन टैंक की स्थापना की जाएगी। लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई से उन मरीजों को ज्यादा फायदा होगा, जो मेजर सर्जरी के होते हैं और जिनको वार्ड में रहने के लिए वेंटिलेटर की जरूरत होती है।

एमसीआई ने जताई थी आपत्ति

अधिकारियों की मानें तो मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए सिलेंडर के इस्तेमाल पर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ)ने आपत्ति जताई है। इसे देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है। एमसीआइ के अनुसार अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्था पाइपलाइन से ही होनी चाहिए। फिलहाल अस्पताल मरीजों को सिलेंडर के माध्यम से ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जाता है। लिक्विड टैंक अस्पताल के एसएनसीयू, ट्रामा केयर सर्जरी थियेटर और पोस्ट ऑपरेटिव केयर यूनिट के लिए भी काफी फायदेमंद होगा। मरीजों को इस यूनिट से जो ऑक्सीजन मिलेगी, वह ऑक्सीजन का सबसे प्योर (शुद्ध) फॉर्म होगा।

यह होगा फायदा

- हमेशा ऑक्सीजन की उपलब्धता बनी रहेगी।

- बार-बार सिलेंडर लाने ले जाने का झंझट नहीं रहेगा।

- अक्सर देखा जाता है कि इस्तेमाल के दौरान सिलेंडर में गैस समाप्त हो जाता है और मरीज को परेशानी होने लगती है। इस तरह की परेशानियों से निजात मिलेगी।

यह होना है

- इस प्रोजेक्ट के तहत एमजीएम में एक गैस टैंक स्थापित किया जाएगा। इससे सभी ऑपरेशन थियेटरों तक पाइप लाइन के मार्फत ऑक्सीजन समेत अन्य आवश्यक गैसें पहुंचाई जाएगी। यह व्यवस्था आईसीयू, सीसीयू आदि सभी संवेदनशील वार्डो में किया जाएगा।

वर्जन

लिक्विड टैंक के लिए प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भेजा गया है। उम्मीद है कि यह व्यवस्था अस्पताल में जल्द ही बहाल होगी। इससे पेसेंट और डॉक्टर, दोनों को फायदा होगा।

- डॉ। आरवाई चौधरी, सुपरीटेंडेंट, एमजीएम