जमशेदपुर (ब्यूरो): पानी के लिए लगातार आंदोलन करने वाले सुबोध झा ने कहा कि ठंड के मौसम में बागबेड़ा में पानी की विकराल समस्या उत्पन्न हो रही है। इसका कारण बागबेड़ा में पानी के लेयर का नीचे चले जाना है। बैठक में कहा गया कि जब से बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी जलापूर्ति योजना की जवाबदेही सरकार ने पंचायत को दी है तब से बागबेड़ा में पीने योग्य पानी नहीं प्राप्त हो रही है। पिछले 11 दिनों से बागबेड़ा कॉलोनी में पानी सप्लाई बंद है। एसडीओ के आदेश पर तेजी से काम चल रहा है और कॉलोनी वासियों को 1 दिसंबर से जलापूर्ति की बात कही जा रही है।

कॉलोनी में 1140 क्वार्टर हैं

बागबेड़ा कॉलोनी में 1140 क्वार्टर हैं। कॉलोनी के लोगों ने पानी कनेक्शन के लिए 1050 रुपए की सिक्योरिटी मनी जमा कराई है और प्रत्येक महीना 100 रुपए पानी का बिल मुखिया के पास जमा कर रहे हैं। वर्तमान में यहां करीब 1600 कनेक्शन होल्डर हैं जो पानी से वंचित है। बैठक का संचालन करते हुए अजय ओझा और सुबोध झा ने कहा कि कल से बागबेड़ा को निवासियों को गंदा पानी प्राप्त होने लगेगा। मोटर के साथ स्टार्टर का काम भी पूरा कर लिया गया है। बैठक में मौजूद समाजसेवी ईश्वर टूडू, समाजसेवी विनोद सिंह, अधिवक्ता संकटा सिंह, विनोद सिंह, राजेश पांडे, संजीत सिंह, एसकेपी जायसवाल, शकुंतला देवी, बच्ची मिश्रा, रानी सिंह, उर्मिला सिंह एवं उर्मिला पांडे आदि ने कहा कि बागबेड़ा कॉलोनी जलापूर्ति योजना से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं कराई जाती है तो बागबेड़ा के लोग स्वच्छ पानी मिलने तक जन आंदोलन करेंगे।

आक्रोशित दिखे लोग

महिलाओं ने कहा कि पेयजल समस्या से सबसे ज्यादा महिलाओं को जूझना पड़ता है। उन्होंने गंदे पानी की सप्लाई किए जाने को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात भी कही। बैठक में लोग काफी आक्रोशित दिखे। उनका कहना था कि पंचायत के मुखिया इस योजना को नहीं चला पा रहे तो इस योजना को सरकार को वापस कर देनी चाहिए। उन्होंने स्वच्छ पेयजल मिलने तक मासिक बिल का भुगतान नहीं करने का निर्णय भी लिया। बैठक में राजकुमार सिंह, विनायक कुमार, विजय दुबे, मनोज तिवारी, अजय उपाध्याय, अशोक सिंह, अमित तिवारी, रामानंद प्रसाद, अखिलेश दास, संतोष सिंह, सूरज कुमार, छोटू कुमार, अनीता देवी, सुनीता चौधरी सहित अन्य शामिल थे।