जमशेदपुर (ब्यूरो)। इतिहास में पहली बार एमजीएम में सात विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू होगी। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने भी इसके लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है।

11 सीटों के लिए दिया लेटर ऑफ परमिशन

पीजी की कुल 11 सीट पर एनएमसी ने लेटर ऑफ परमिशन दिया है। इसमें शिशु रोग विभाग में तीन सीट, पैथोलॉजी विभाग में तीन, एनेस्थीसिया विभाग में दो, चर्म रोग विभाग में एक व सर्जरी विभाग में दो सीट शामिल हैं। इससे पूर्व महिला एवं प्रसूति रोग विभाग में तीन और हड्डी रोग विभाग में तीन सीट पर लेटर ऑफ परमिशन मिल चुका है।

मेडिसिन विभाग में फंसा पेंच

बताते हैं कि मेडिसिन विभाग में भी पीजी की पढ़ाई शुरू करने के लिए अप्लाई किया गया था, लेकिन इसके लिए परमिशन नहीं मिली है। बताया जाता है कि जांच के दौरान एनएमसी की टीम को कई खामियां मिली थी। इस कारण इसपर विचार नहीं हो सका।

स्पेशलिस्ट्स की कमी होगी दूर

यहां गौरतलब है कि कोल्हान में स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की भारी कमी है, लेकिन अब पीजी की पढ़ाई शुरू होने से इस कमी को दूर किया जा सकेगा। एमजीएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में अभी तक पीजी की पढ़ाई शुरू नहीं होने से एमबीबीएस चिकित्सकों को पीजी के लिए बाहर जाना पड़ता था।

पीजी की पढ़ाई के लिए अनुमति मिलना एक बड़ा अचिवमेंट है। उम्मीद है आगे सब कुछ बेहतर रहेगा।

- डॉ केएन सिंह, प्रिंसिपल, एमजीएमसीएच

खरीदी जाएंगी 573 तरह की दवाइयां

एमजीएम मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में दवाइयों की कमी जल्दी ही दूर हो जाएगी। हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने 573 तरह की दवाइयां खरीदने का निर्णय लिया है। इसमें दवा के साथ-साथ पैथोलॉजी सेंटर में उपयोग होने वाले केमिकल व सर्जिकल आइटम शामिल हैं।