RANCHI: कोरोना से लंबी होती लड़ाई में समानी पारे ने पुलिस की मु िश्कलें बढ़ा दी है। कड़ी धूप में खडे़ जवान भले उफ्फ तक नहीं कर रहे, लेकिन उनके ठीक से बैठने तक का भी इंतजाम नहीं है। बुधवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने अलग-अलग चौराहों का जायजा लिया तो सिस्टम के अंदर की खाई सामने आ गई। 12-12 घंटे आठ बाई आठ के बेंच पर ड्यूटी दे रहे हैं ये कोरोना फाइटर।

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दुर्गा मंदिर चौक

समय 11.10 बजे

दुर्गा मंदिर के पास एक छोटा सा शेड बना हुआ है। पुलिस कर्मी थक कर इसी शेड के नीचे थोड़ा आराम कर लेते हैं। एक छोटा सा बेंच है इसी में पुलिस कर्मचारी के साथ अन्य कांस्टेबल भी रिलैक्स होते हैं। ड्यूटी पर तैनात गोंदा थाना प्रभारी यातायात नवलकिशोर ने बताया कि पुलिस के शेड और एक भीख मांगने वाले के शेड में कोई अंतर नहीं है। कड़ी ड्यूटी के बाद कुछ मिनट आराम से बैठ भी नहीं सकते।

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पिस्का मोड़

समय 12.20 बजे

पिस्का मोड़ में भी पुलिस के बैठने के लिए ढंग का स्थान नहीं है। एक पिकेट बना हुआ है जिसमें मुश्किल से तीन लोग बैठ सकते हैं। जबकि यहां पांच लोग ड्यूटी पर हैं। कुछ गाड़ी पर तो कुछ दुकानों की सीढ़ी पर बैठ कर आराम करते हैं। लॉकडाउन में ड्यूटी बढ गई है, हर आने-जाने वाले की जांच करना है जिससे आराम करने का भी वक्त नहीं मिलता।

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लालपुर चौक

समय 01.15 बजे

लालपुर चौक की स्थिति भी ऐसी ही है। यहां भी ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात जवानों को रिलैक्स करने के लिए कोई स्थान नहीं है। जवान कड़ी धूप में ड्यूटी तो करते हैं लेकिन पीने के लिए पानी तक नहीं है। बार-बार लोगों को घर में रहने के लिए समझाने के साथ-साथ नियम नहीं मानने वालों का चालान भी काट रहे हैं। फिर भी विभाग की ओर से कोई सुविधा नहीं।

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मेन रोड, अलबर्ट एक्का चौक

समय 2.30 बजे

मेन रोड पर भी कोई खास इंतजाम नहीं है। पुलिस के बैठने का यहां भी कोई इंतजाम नहीं है। जब हमने पुलिस वालों का दर्द जानना चाहा तो किसी ने भी कुछ कहने से मना कर दिया, लेकिन सुविधा कुछ नहीं मिलने की कसक उनके भावनाओं से व्यक्त हो गए। पुलिस वाले लगातार ड्यूटी कर रहे थे। एक जवान ने कहा धूप हो या छांव ड्यूटी तो हर हाल में करनी है।