आदित्यपुर : डॉ ओपी आनंद के आदित्यपुर स्थित उनके आवास पर ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट की रेड पड़ी सोमवार की दोपहर की गई छापेमारी में काफी मात्रा में दवा बरामद की गई। छापेमारी के बाद डा। आनंद पर ड्रग मामले में भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनके आवास में रखे जिस एंबुलेंस से दवा बरामद की गई, वह वाहन डा। ओपी आनंद के नाम से है। ड्रग इंस्पेक्टर कुंजबिहारी चौधरी ने बताया कि अस्पताल को दवा रखने की अनुमति नहीं है। बावजूद इसके नियमों को ताक में रखकर 123 प्रकार की दवा एंबुलेंस में छिपाकर रखी गई थी। टीम ने उनकी पत्नी सरिता आनंद से भी पूछताछ की। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि उपायुक्त की जांच कमेटी के समक्ष इस मामले का अभियोजन दायर कर दिया जाएगा। छापेमारी अभियान में ड्रग इंस्पेक्टर के अलावा राजीव एक्का व जया कुमारी शामिल थीं।

पुलिस एजेंट का काम कर रही : सरयू

छापामारी के दौरान ही आदित्यपुर स्थित डा.ओपी आनंद के घर पहुंचे जमशेदपुर पूर्वी के विधायक व पूर्व मंत्री सरयू राय ने पुलिस प्रशासन किसी ना किसी का एजेंट बनकर काम कर रही है। प्रशासनिक हस्तक्षेप के कारण यह अस्पताल बंद होने की कगार पर है। पिछले साल भी जमशेदपुर का मेडिका अस्पताल अकारण बंद हो गया था। सरकार, प्रशासन, टाटा स्टील कोई नहीं बता पाया कि इस अस्पताल के बंद होने की नौबत क्यों आई। विडंबना है कि एक ओर कोरोना में अस्पतालों के बेड की संख्या व गुणवत्ता बढ़ाने की कोशिश हो रही है, तो दूसरी ओर अस्पतालों के बंद होने की स्थिति भी पैदा हो रही है।

मामला दर्ज हुआ

डॉ ओपी आनंद पर दूसरा मामला 21 मई को स्वर्गीय सुनील झा की पुत्री ज्योत्सना झा के बयान पर दर्ज किया गया। इसके बाद डा। आनंद को जेल भेजा गया। मंत्री से पंगा लेना डा। ओपी आनंद को इतना भारी पड़ा कि अबतक उनपर तीन एफआइआर दर्ज हो चुकी है। 21 मई को दर्ज प्राथमिकी में दिवंगत सुनील झा की पुत्री ज्योत्सना झा के बयान पर पुलिस ने डा। ओपी आनंद, उनकी पत्नी सरिता आनंद व डा। रक्षित के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था, जिसमें भादवि 120बी, 420, 304, 354सी व 34 के धारा लगाई गई। इसी मामले में डा। ओपी आनंद को गिरफ्तार किया गया। बता दें कि रैनबसेरा निवासी सुनील झा की मौत इलाज के क्रम में बीते दो मई को 111 सेव लाइफ अस्पताल में हो गया था।

इस मामले में डा। ओपी आनंद के जेल जाने के बाद अस्पताल के डा। रक्षित व ओपी आनंद की पत्नी सरिता आनंद पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।

यादव समन्वय समिति डटी रही

डॉ ओपी आनंद के घर ड्रग विभाग की छापेमारी की सूचना मिलने के बाद यादव समन्वय समिति के अध्यक्ष बिरेंद्र यादव के नेतृत्व में समाज के लोग घटना स्थल पर पहुंचे। यादव ने कहा कि यह सारा खेला स्वास्थ्य मंत्री के इशारे पर हो रहा है। जनता उनको जल्द ही सबक सिखाएगी। स्वास्थ्य मंत्री अभी सत्ता के नशे में चूर हैं। इस अवसर पर श्रीनिवास यादव, एसएन यादव, संजय यादव के अलावा काफी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।