जमशेदपुर (ब्यूरो): कानूनी प्रक्रिया और दांव-पेंच में उलझकर व्यक्ति काफी परेशान हो जाता है। कई बार या तो उसे न्याय नहीं मिलता या उसमें काफी विलंब लगता है। इस कारण वह लंबे समय तक पुलिस और कोर्ट के चक्कर लगाते रह जाता है। लोगों की इस परेशानी खासकर गरीब लोगों की मदद के लिए रिटायर्ड डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने पहल की है। उन्होंने शहर के कुछ रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों को एकजुट कर लीगल सेल की शुरुआत की है। इसके जरिए जरूरतमंदों को कानूनी सहायता और सलाह दी जाएगी।

50 पुलिस अधिकारी हैं टीम में

इस मामले में कोल्हान के पूर्व डीआईजी और रिटायर्ड आईपीएस राजीव रंजन ने पहल की है। उन्होंने शहर में स्थायी रूप से रहने वाले सभी सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी। राजीव रंजन ने सभी से घर बैठने की बजाय परिवार के साथ-साथ समाज के उत्थान के लिए भी अपना योगदान देने का आग्रह किया था। इस बैठक में लगभग 50 अधिकारियों ने सेवा देने पर सहमति जताई थी।

कमजोरों को दी जाएगी मदद

इसके बाद योजना को धरातल पर लाया गया। इसके तहत वैसे लोग जो आर्थिक रूप से असमर्थ है और मुकदमों के कारण कोर्ट के चक्कर में फंस जाते है, और उन्हें सही जानकारी और मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है। कई लोग परेशान होकर थाने की चक्कर काटते हैं। ऐसे लोगों को मदद पहुंचाने के लिए ही राजीव रंजन सिंह के द्वारा एक लीगल सेल खोलने का निर्णय लिया गया है।

होगी स्थायी जगह की मांग

राजीव रंजन ने बताया कि रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों द्वारा एसएसपी को एक अनुरोध पत्र देकर एक स्थायी जगह की मांग की जाएगी, जहां इस लीगल सेल का विधिवत संचालन किया जाएगा। लीगल सेल से मदद के लिए 8235387773 पर संपर्क किया जा सकता है। सेल में प्रत्येक दिन 11 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच संपर्क किया जा सकता है।

होंगे रिटायर्ड डीएसपी व इंस्पेक्टर

इस लीगल सेल में सेवानिवृत्त डीएसपी एफकेएन कुजूर, सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी राकेश मोहन सिन्हा, सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी बीके चतुर्वेदी, सेवानिवृत्त डीएसपी मदन मोहन सिंह, सेवानिवृत्त डीएसपी अधीक्षक जितेन्द्र दुबे, सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर जेके ठाकुर और सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर जयपाल सिरका अपनी सेवा प्रदान करेंगे।

अधिवक्ता भी देंगे सेवा

यह लीगल सेल फिलहाल पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह के अपने कार्यालय से कार्यरत होगी। इसमें पुलिस अधिकारी प्रत्येक दिन अपना 2 घंटा समय देंगे। समाज के लिए और लोगों को सही रास्ता और जानकारी देंगे। इस लीगल सेल में शहर के कुछ अधिवक्ता जो स्वेच्छा से सेवा देना चाहते हैं, उन्होंने भी अपनी सहमति दी है। वे सप्ताह में एक दिन कार्यालय में मौजूद रहेंगे, ताकि जिस मामले में न्यायालय से मदद की ज़रूरत हो, उसमें उनसे मार्गदर्शन लिया जा सके और अधिक से अधिक लोगो को लाभ पहुंचाया जा सके।