जमशेदपुर (ब्यूरो): अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने सुभाष चंद्र बोस एवं आजाद हिंद फौज के सभी वीरों को नमन कर मोइरंग दिवस मनाया। इसमें आजाद हिंद फौज के गठन से लेकर उनके सेनानियों के शौर्य और पराक्रम को याद किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नेताजी सुभाष और भारतमाता की तस्वीर पर अर्पित कर की गई। उसके बाद मोइरंग के वीर कर्नल शौकत अली और सेनानियों की स्मृति में दो मिनट की मौन श्रद्धाजलि देकर नमन किया गया। गौतरलब है कि मोइरंग पोस्ट पर आज ही के दिन हिंद फौज ने विषम विपरीत परिस्थितियों से मुकाबला करते हुए वर्मा के रास्ते हिंदुस्तान की धरती पर कदम रखा और यूनियन जैक को उखाड़ फेंक भारत का तिरंगा फहराकर इतिहास रचा। मौके पर संगठन से जुड़े नए सदस्य सूबेदार मदन कुमार, लांस नायक शिव कुमार, सार्जेंट चंद प्रसाद को सम्मानित किया गया।

ये रहे उपस्थित

इस मौके पर महामंत्री जितेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष विनय यादव, अनिल सिन्हा, अवधेश कुमार, दीपक शर्मा, गौतम लाल, राजेश कुमार, योगेश, सुखबिंदर सिंह, बिरजू कुमार, विजय कुमार, नवेन्दु गांगुली, आमद कुमार, मंजीत सिंह, हरि सिंह, निरंजन शर्मा, आर पी ठाकुर, कुंदन सिंह, किशोरी प्रसाद, बी सिंह, वेदप्रकाश सहित अन्य पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।

लाठीचार्ज के दोषियों को किया जाए बर्खास्त

व्यापारियों पर हुए लाठी चार्ज की घटना को झारखंड मानवाधिकार संगठन जेएचआरसी ने गंभीरता से लिया है। संगठन प्रमुख मनोज मिश्रा ने भुइंयाडीह में आयोजित संगठन की एक बैठक में कहा कि सिर्फ सिटी मैनेजर एवं कुछ होमगार्ड को हटा देने से मामले को रफा दफा नहीं किया जा सकता है। कहा कि सभी दोषियों पर न सिर्फ जानलेवा हमला करने का आपराधिक मामला चलाया जाना चाहिए बल्कि उन्हें उनके जॉब से बर्खास्त किया जाना चाहए। मनोज मिश्रा ने कहा कि मंत्री के आश्वासन पर इस अत्यंत लोमहर्षक घटना को समाप्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने पूछा कि आखिर लाठी चलाने का आदेश किसने दिया और यह नौबत क्यों आयी। अतिक्रमण हटाने से पूर्व विधिवत प्रक्रिया क्यों नहीं अपनायी गई? नोटिस क्यों नहीं दिया गया? इतने सारे होमगार्ड के जवानों को किस मकसद से अतिक्रमण हटाने ले जाया गया।