जमशेदपुर (ब्यूरो) : स्कूलों द्वारा शिक्षा को पूरी तरह से व्यापार बना दिया गया है। स्कूल प्रबंधन अभिभावकों की परेशानी और उनकी मजबूरी को नहीं समझ रहा है। मासिक शुल्क जमा न करने पर बच्चों को स्कूल आने से रोक दिया जा रहा है। प्रबंधन इस बात को भी नहीं समझ रहा कि आखिर बच्चे पर इसका कैसा असर होगा। इसी तरह का एक मामला कदमा स्थित केरला पब्लिक स्कूल में सामने आया है। स्कूल प्रबंधन द्वारा शुल्क जमा न करने पर एक छात्रा को पीयूषी कुमारी को स्कूल आने से रोक दिया गया है। उसकी फीस का करीब 32,800 रुपए बकाया है।

संघ ने किया आग्रह

इस मामले में जमशेदपुर अभिभावक संघ ने जिला शिक्षा अधीक्षक को मांग पत्र देकर बकाया फीस में से एकमुश्त 20,000 जमा लेने और बाकी फीस को किस्तों में जमा लेने के साथ ही पीयूषी कुमारी को क्लास में बैठने देने का आदेश देने की मांग की है।

यूकेजी की छात्रा है आयुषी

पीयूषी कुमारी केपीएस कदमा में यूकेजी की छात्रा है। उसका नामांकन इस स्कूल में 4 फरवरी 2020 को एलकेजी में हुआ था। नामांकन के अगले महीने यानी 23 मार्च 2020 से कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद हो गए थे। बाद में जब स्कूलों की प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाई शुरू हुई तो स्कूल प्रबंधन ने पीयूषी कुमारी के अभिभावक को बकाया फीस 32800 रुपए जमा करने को कहा और फीस जमा करने के बाद ही पीयूषी को स्कूल में बैठने देने की बात कही। पीयूषी के पिता ठेका मजदूरी का काम करते हैं, उन्होंने किसी तरह उधार लेकर 20,000/- जमा कर स्कूल प्रबंधन से कहा कि वे अभी 20,000 रुपए जमा ले ले और बाकी बचे फीस के पैसे वे किस्तों में जमा कर देंगे।

स्कूल प्रबंधन नहीं माना

इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन नहीं माना और फीस के लिए पीयूषी को स्कूल आने पर रोक लगा रखी है। मामले में जमशेदपुर अभिभावक संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार ने कहा कि स्कूल प्रबंधन का यह कृत्य पीयूषी कुमारी को उसके संवैधानिक अधिकार से वंचित करना तो है ही साथ ही आरटीई अधिनियम 2009 की धारा 16 का उल्लंघन भी है, जिसमें कहा गया है कि च्च्विद्यालय में प्रवेश प्राप्त बालक को किसी कक्षा में नहीं रोका जाएगा या विद्यालय में प्राथमिक शिक्षा पूरी किए जाने तक निष्कासित नहीं किया जाएगा। इन बातों से अवगत कराते हुए जमशेदपुर अभिभावक संघ ने मंगलवार को जिला शिक्षा अधीक्षक से मिलकर उनसे केरला पब्लिक स्कूल, कदमा प्रबंधन को बकाया फीस में से अभी 20,000 रुपए जमा लेने और बचे हुए फीस को किस्तों में जमा लेने व पीयूषी कुमारी को क्लास में बैठने देने का आदेश देने का आग्रह किया है।