-आदित्यपुर के गर्ग स्टोर से 21 मई को प्रभाष मिश्रा के नाम पर खरीदा गया था वोडाफोन का सिम

-प्रभाष मिश्रा व स्टोर संचालक समेत चार को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ

-सिमडेगा के फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर जारी हुआ था सिम

-इसी सिम से चाकुलिया के बीडीओ और जमशेदपुर के एक बिजनेसमैन से मांगी गई थी रंगदारी

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JAMSHEDPUR : स्टेट के चीफ मिनिस्टर हेमंत सोरेन डीजीपी राजीव कुमार को जिस मोबाइल सिम से धमकी भरा एसएमएस किया गया था उसे सरायकेला-खरसांवा डिस्ट्रिक्ट के आदित्यपुर से खरीदा गया था। सिम की खरीदारी आदित्यपुर स्थित गर्ग स्टोर से की गई थी। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को अरेस्ट किया और उनसे पूछताछ कर रही है।

21 मई को खरीदा गया था सिम

सिम के जांच के क्रम में पुलिस को यह जानकारी मिली कि वोडाफोन का सिम 21 मई को आदित्यपुर स्थित आकाशवाणी के पास स्थित वैदेही भवन में रहने वाले प्रभाष मिश्रा के नाम पर लिया गया था। यह सिम 23 मई को एक्टिव हुआ था। इसके बाद पुलिस ने तत्काल प्रभाष को अरेस्ट कर लिया। हालांकि, प्रभाष ने पुलिस के सामने इस मामले में कोई भी जानकारी होने से इंकार किया।

नहीं था प्रभाष का फोटोग्राफ

पुलिस ने गर्ग स्टोर जाकर मामले की जांच की और सिम लेने के लिए यूज होने वाले डॉक्यूमेंट्स की जांच की तो पता चला कि फॉर्म पर नाम तो प्रभाष मिश्रा का था, लेकिन फोटो किसी और का लगा था। हालांकि शॉप ओनर का कहना है कि दोनों फोटो एक समान लगने के कारण उसने उस पर सिम जारी कर दिया।

सिमडेगा के फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर जारी किया गया मिस

अरेस्ट किए गए लोगों से पुलिस को जानकारी मिली कि सिम की खरीदारी के लिए आईडी प्रूफ के तौर पर ड्राइविंग लाइसेंस और एक फोटोग्राफ दिया गया था। इन्फॉर्मेशन के मुताबिक यह ड्राइविंग लाइसेंस (2936-11) सिमडेगा से 14 जून 2011 को इश्यू किया गया है। पुलिस की जांच में ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी पाया गया।

चार को लिया हिरासत में

पूरे मामले में पुलिस ने गर्ग स्टोर के ओनर नवीन अग्रवाल और उसके स्टॉफ आयुष अमन को अरेस्ट कर लिया। इससे पहले प्रभाष मिश्रा को भी पुलिस ने अरेस्ट कर चुकी है। इन तीनों को जमशेदपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया। सरायकेला पुलिस ने एक अन्य रंजीत कुमार को भी हिरासत में लेकर आदित्यपुर में पूछताछ कर रही है।

बीडीओ से मांगी गई थी रंगदारी

जिस सिम से स्टेट के सीएम व डीजीपी को फोन किया गया था, उसी सिम से कुछ महीने पहले चाकुलिया के बीडीओ गिरिजा शंकर महतो और 25 मई को जमशेदपुर से बिजनेसमैन मनीष गुप्ता को भी इसी सिम से पांच की रंगदारी मांगी गयी थी। बीडीओ को रंगदारी मांगने के मामले में एफआईआर भी दर्ज है। जांच में पुलिस को लिंक मिला कि कदमा एरिया से बीडीओ को फोन किया गया था।

CM अौर DGP को मिली थी धमकी

स्टेट के चीफ मिनिस्टर हेमंत सोरेन और डीजीपी राजीव कुमार को मोबाइल नंबर 8ब्0709ख्8ब्0 से एसएमएस कर जान मारने की धमकी दी गई थी। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गयाा। पूरा स्टेट अलर्ट पर आ गया था।

सीएम और डीजीपी को धमकी भरा मैसेज करने के मामले में चार लोगों को अरेस्ट किया गया है। जमशेदपुर पुलिस एक पुराने मामले की जांच कर रही थी। इस कारण तीन को पूछताछ के लिए जमशेदपुर पुलिस के हवाले किया गया है, जबकि एक से यहां पूछताछ की जा रही है।

-मदन मोहन लाल, एसपी, सरायकेला-खरसांवा