JAMSHEDPUR: उलीडीह थाना क्षेत्र के पुराना चेकपोस्ट पटेल पथ स्थित घर पर जब सुमन रक्षित का शव पहुंचा तो वहां कोहराम मच गया। मां संपा देवी रोते-रोते बेहोश हो गई। पिता विजय रक्षित का भी रो-रो कर बुरा हाल था। सुमन की मां को ढाढस बंधाने वाली महिलाएं उन्हें चुप करा रही थीं, लेकिन बेटे का चेहरा देखते ही उनकी चीख निकल गई।

बुधवार की सुबह सुमन रक्षित की पटेल पथ में हत्या कर दी गई थी। हत्या की घटना के बाद सुमन का शव टाटा मेन अस्पताल के शीत गृह में रखवा दिया गया था। पुलिस ने दोपहर तकरीबन 12 बजे परिजनों की मौजूदगी में शव टाटा मेन अस्पताल से निकाला और एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस में पोस्टमार्टम के लिए लाए। यहां से पोस्टमार्टम करने के बाद तकरीबन पौने दो बजे शव परिजनों को सौंप दिया गया। शव तकरीबन ढ़ाई बजे घर पहुंचा तो वहां काफी लोग मौजूद थे। जमशेदपुर पश्चिम के विधायक व पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता भी सुमन के घर पहुंचे और उनके पिता विजय रक्षित से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने परिजनों को ढाढस बंधाया। बन्ना गुप्ता के अलावा भाजपा नेता विकास सिंह समेत अन्य नेता व मोहल्ले के लोग मौजूद थे। यहां से सुमन की अंतिम यात्रा तकरीबन चार बजे निकली। भुइयांडीह स्वर्णरेखा घाट पर पौने पांच बजे शव का अंतिम संस्कार किया गया।

विधायक ने ली मामले की जानकारी

विधायक बन्ना गुप्ता ने उलीडीह थाना प्रभारी से बात कर सुमन हत्याकांड के बारे में जानकारी ली। थाना प्रभारी ने विधायक को बताया कि पुलिस हत्यारोपितों के नजदीक पहुंच गई है। शक के आधार पर चार लोगों को उठाया गया है। पुलिस जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर देगी।

तो एसएसपी कार्यालय में प्रदर्शन

भाजपा नेता विकास सिंह ने भी पुलिस से घटना के बारे में जानकारी ली। लेकिन, अब तक हत्यारोपितों का पता नहीं लगा पाने पर उन्होंने नाराजगी जताई। विकास सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर 72 घंटे में पुलिस ने घटना का पर्दाफाश कर हत्यारों को जेल नहीं भेजा तो एसएसपी कार्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस हवा में तीर चला रही है। हत्यारोपित दिनदहाड़े बस्ती के बीच में आकर युवक की हत्या कर आराम से निकल भागे।