जमशेदपुर : कोरोना काल के बाद मुनाफे की लड़ाई लड़ रही ज्यादातर कंपनियां और कर्मचारी इस खबर से हैरान हो सकते हैं। टाटा स्टील ने इतिहास के सबसे बड़े बोनस पैकेज का एलान किया है। कंपनी के कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 270.28 करोड़ रुपये बोनस मिलेगा। इसमें जमशेदपुर और ट्यूब डिवीजन में कार्यरत 12,558 कर्मचारियों के हिस्से में 158.31 करोड़ रुपये आएंगे। कंपनी के कर्मचारियों को बोनस ज्यादा तो मिला ही है, जल्दी भी मिला है। पहली बार कंपनी और यूनियन में अगस्त में ही समझौता हो गया, सोमवार को कर्मचारियों को खाते में पैसा भी चला जाएगा।

नरेंद्रन संग हुई निर्णायक वार्ता

टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन के साथ हुई निर्णायक वार्ता में टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व ने बुधवार को बोनस पर समझौता फाइनल कर लिया। तीन घंटे की मैराथन बैठक के बाद पुराने समझौते पर बोनस की सहमति बनी। टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन के इतिहास में पहली बार इतना जल्दी अगस्त में बोनस मिला है। पिछली बार 14 सितंबर को बोनस मिला था। पिछले वर्ष के बोनस से इस बार कर्मचारियों को 34.74 करोड़ रुपये अधिक मिला है। पिछली बार 235.54 करोड़ रुपये बोनस मिला था। गत बार की तुलना में कर्मचारियों के बोनस में भी बढ़ोतरी हुई है। इसमें न्यूनतम 7,451 और अधिकतम 57,627 रुपये बोनस मिला है। इस तरह अधिकतम 3,59,029 और न्यूनतम 34,290 बोनस बंटेगा। औसतन यह राशि 1,26,066 रुपये है। इस ऐतिहासिक बोनस समझौते के बाद कंपनी कर्मचारियों में जबरदस्त उत्साह है।

9752.13 करोड़ का शुद्ध मुनाफा

टाटा स्टील को वित्तीय वर्ष 2020-21 में 13,606.69 करोड़ रुपये शुद्ध मुनाफा हुआ था, लेकिन असाधारण वस्तु (एक्सेप्शनल आइटम) में 3854.59 करोड़ रुपये घट गए। इसके बाद 9752.13 रुपये शुद्ध मुनाफा पर समझौता हुआ। गौरतलब है कि कोरोना के बावजूद स्टील की कीमतों में जबर्दस्त तेजी आई है। यही वजह है कि इस बार बोनस ज्यादा बंटा।