JAMSHEDPUR: टाटा स्टील के कलिंगनगर प्लांट में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 21,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। मई 2016 में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करने वाला यह संयंत्र सालाना 3 मिलियन टन की रेटेड क्षमता प्राप्त की है। इस साल अप्रैल तक इस परियोजना ने 21,955 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं। इसमें 18,344 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष व 3,611 व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल है।

टाटा स्टील द्वारा सीधे जुड़े कुल कर्मचारियों में से 59.62 प्रतिशत ओडिशा से हैं जबकि टाटा स्टील के लिए काम कर रहे कुल ठेकेदारों के कर्मचारियों का 80.71 प्रतिशत राज्य से संबंधित है। महत्वपूर्ण बात यह है कि टाटा स्टील द्वारा सीधे जुड़े 22.76 प्रतिशत (822) कर्मचारी और कंपनी के लिए काम कर रहे कुल ठेकेदारों के कर्मचारियों के 32.07 प्रतिशत (5884) जयपुर जिले से संबंधित हैं। कंपनी अपनी भर्ती में ओडिशा सरकार के उद्योग विभाग के समझौते के ज्ञापन (एमओयू) की शतरें का पालन कर रही है। हालांकि एमओयू में निर्धारित नियमों और शतरें का सख्ती से पालन किया जाता है। सभी भर्ती में स्थानीय लोगों को पहली वरीयता दी जाती है।

दी जा रही ट्रेनिंग

टाटा स्टील ग्रामीण विकास सोसाइटी (टीएसआरडीएस) के माध्यम से प्लेसमेंट और स्व रोजगार के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। पिछले चार वषरें में 358 युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में स्किलिंग प्रदान की गई थी। कुछ प्रमुख संस्थान जहां इन युवाओं को प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है उनमें अग्नि सुरक्षा और आपदा प्रबंधन स्थान वडोदरा, भारत ग्रामीण आजीविका संघ दिल्ली, नुज फ ाउंडेशन बेंगलुरु, सीआरआईएसपी भोपाल, केंद्रीय इंजीनियरिंग संस्थान और प्रौद्योगिकी संस्थान भुवनेश्वर शामिल हैं। टाटा स्टील कलिंगानगर के प्लांट दो में स्थित क्षमता विकास प्रशिक्षण केंद्र में एक नया कौशल विकास केंद्र भी स्थापित किया गया है।