जमशेदपुर (ब्यूरो): शिक्षा और शिक्षक का संबंध सदियों पुराना है। गुरुकुल के समय से गुरु-शिष्य परंपरा का निर्वहन होता आ रहा है, लेकिन आज यह रिश्ता काफी अलग हो गया है। कहा भी जाता है कि अगर समाज को खराब करना हो तो शिक्षक को खराब कर दें। अगर शिक्षक का इज्जत बंद हुआ तो गलत तो होगा। यह कहना था एनआईटी जमशेदपुर के डायरेक्टर केके शुक्ला का। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और अमृता विश्व विद्यापीठम द्वारा आयोजित टीचर्स ब्रिलियंस अवार्ड में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहे थे।

शिक्षा को स्टूडेंट सेंट्रिक होनी चाहिए

श्री शुक्ला ने कहा कि शिक्षा को स्टूडेंट सेंट्रिक होनी चाहिए, लेकिन अब यह टीचर सेंट्रिक हो गई है। इसलिए हमें अपने मुताबिक नहीं पढ़ाना चाहिए, बल्कि बच्चों को उस तरह पढ़ाना चाहिए, ताकि वे समझ सकें। एक गुरु का मतलब अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाना है। शिक्षक को चाहिए कि वह बच्चों की गलती को बिना बताए उसे सुधारे।

चैलेंजिंग प्रोफेशन है

एनआईटी डायरेक्टर ने कहा कि हम शिक्षक हैं और अगर बच्चा नहीं पढ़ रहा है तो यह मानकर चलें की कमी हममें है। यह एक चैलेंजिंग प्रोफेशन है और हमें इसे चैलेंज की तरह लेना चाहिए। हमें इस बात को समझने का प्रयास करना चाहिए कि आखिर छात्र को समझने में कहां दिक्कत हो रही है।

शिक्षकों को सुझाव दिए

उन्होंने साफ कहा कि एक शिक्षक को अपने विद्यार्थी को जानना और समझना चाहिए। विद्यार्थी के साथ अपनत्व स्थापित करें, ताकि बच्चा शिक्षक से खुलकर अपनी बात कह सके। उन्होंने शिक्षकों को सुझाव भी दिए और कहा कि अपने स्टूडेंट को लर्न करें, उसे अनुशासन में रखें, किताबों से अलग हटकर पढ़ाएं।

दो कैटेगरी में 20 टीचर्स

इस दौरान सिटी के 20 स्कूल के शिक्षकों को ब्रिलियंस अवार्ड प्रदान किया गया। इनमें 8 को एडमिनिस्ट्रेटिव कैटेगरी और 12 को सब्जेक्ट टीचर्स कैटेगरी में पुरस्कृत किया गया। सभी शिक्षकों को एनआईटी डायरेक्टर केके शुक्ला ने सर्टिफिकेट और मोमेंटो प्रदान किया।

एडमिनिस्ट्रेशन कैटेगरी

द बेस्ट इनेवेटिव ऑनलाइन टीचर - बेनजीर गुलशन, डीबीएमएस कदमा

पेडागॉजी (शिक्षा शास्त्र) - डॉ फादर पी एंथोनी राज एसजे, जेवियर स्कूल गम्हरिया

द पॉपुलर चॉइस - नंदिता जायसवाल, केएसएमएस

द बेस्ट इंटस्ट्रक्शनल लीडर - रश्मि सिन्हा, केपीएस गम्हरिया

द बेस्ट डिजिटल एजुकेटर - शिव प्रसाद महतो, जेवियार स्कूल

द बेस्ट को करिकुलर टीचर - वीशा मोहिंद्रा, आरवीएस एकेडमी

द क्रिटिक अवार्ड - मणिशंकर पाठक, चिन्मया विद्यालय, बिष्टुपुर

द बेस्ट लाइफ साइंस टीचर - सोनाली देब, आरवीएस एकेडमी

सब्जेक्ट कैटेगरी

द बेस्ट इंग्लिश टीचर - वैशाली दासगुप्ता, गुलमोहर हाई स्कूल

द बेस्ट मैथमेटिक्स टीचर - प्रकृति वर्मा, जुस्को स्कूल कदमा

द बेस्ट साइंस टीचर - जानकी श्रेष्ठ, साईं सरस्वती इंग्लिश स्कूल

द बेस्ट म्यूजिक टीचर - एल साईं लक्ष्मी, जुस्को स्कूल कदमा

द बेस्ट संस्कृत टीचर - विभा विकास, केपीएस, गम्हरिया

दे बेस्ट हिंदी टीचर - रीना कुमारी, बीएसएस प्रणव चिल्ड्रेन वल्र्ड

दे बेस्ट स्पोट्र्स टीचर - अमोल दुबराज, केपीएस, गम्हरिया

दे बेस्ट सोशल स्टडीज टीचर - नंदिता मुखर्जी, एडीएल सनशाइन

द बेस्ट केमिस्ट्री टीचर - डॉ। अनिता शर्मा, डीबीएमएस कदमा

द बेस्ट कम्प्यूटर साइंस टीचर - सोमोजित राय, बीएसएस प्रणव चिल्ड्रेन वर्ल्ड

द बेस्ट बायोलॉडी टीचर - शानिया नसीम कादरी, विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल

द बेस्ट फिजिक्स टीचर - रूबी कुमारी, साईं सरस्वती इंग्लिश स्कूल