जमशेदपुर(ब्यूरो)। ट्रेनों की लेटलतीफी से सभी वाकिफ हैं, सभी परेशान हैं। चाहे एक्सप्रेस हो या पैसेंजर, सभी ट्रेनें घंटों विलंब स चल रही हैं। लगातार ट्रेनें लेट हो रही हैं, लेकिन रेलवे द्वारा इस दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठाया जा रहा है, जिस कारण स्थिति नियंत्रण में आने की बजाय और बिगड़ती जा रही है। रोज-रोज की लेट लतीफी से परेशान चक्रधरपुर- टाटा मेमू पैसेंजर के यात्रियों ने सरायकेला के गम्हरिया थाना अंतर्गत यशपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास ट्रेन को रोक दिया। हजारों की संख्या में यात्री ट्रेन से उतरकर रेलवे इंजन के सामने जमा हो गए और रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। इस कारण हावड़ा- मुंबई रेल मार्ग 3 घंटे तक बाधित रहा।

यात्रियों में गुस्सा

यात्रियों का कहना था कि चक्रधरपुर- टाटा मेमू पैसेंजर ट्रेन से चक्रधरपुर, राजखरसावां, सीनी गम्हरिया जैसे दर्जनों स्टेशन से यात्री सफर करते हैं और यह ट्रेन उनके आवागमन का एक अहम साधन है। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में मजदूर ट्रेन से आकर आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित विभिन्न कंपनियों में काम करते हैं। प्रतिदिन ट्रेन की लेटलतीफी के कारण मजदूर समय पर अपने औद्योगिक प्रतिष्ठान नहीं पहुंच पाते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है और उस दिन उन्हें काम नहीं करने दिया जाता। आए दिन ट्रेन लेट रहती है और मजदूरों को अपनी मजदूरी से हाथ धोना पड़ता है। यात्रियों के मुताबिक कई बार इसकी शिकायत रेलवे के बड़े अधिकारियों से की गई और ट्रेन को समय पर चलाने की मांग की गई, लेकिन किसी ने भी उनकी नहीं सुनी।

ऐसे लेट होती है ट्रेन

शुक्रवार को भी चक्रधरपुर से खुलने के बाद ट्रेन जगह-जगह रुकते हुए आ रही थी, जिससे ट्रेन काफी लेट हो चुकी थी। जैसे ही ट्रेन सीनी- गम्हरिया रेलखंड पर स्थित यशपुर फाटक के पास पहुंची, ट्रेन एक बार फिर से वहां खड़ी हो गई। ट्रेन लेट होने के कारण यात्री पहले से ही आक्रोशित थे और बार-बार ट्रेन के रूकने से उनका आक्रोश फूट पड़ा। इसके बाद सभी यात्री ट्रेन से उतरकर इंजन के सामने जमा हो गए। रेलवे ट्रैक जाम होने की जानकारी मिलते ही रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और यात्रियों से वार्ता की। अधिकारियों ने ट्रेनों के समय पर परिचालन का भरोसा दिलाया। काफी प्रयास के बाद यात्री शांत हुए और ट्रैक से हटे, इसके बाद उक्त रेल मार्ग पर ट्रेनों का आवागमन जारी हुआ।