जमशेदपुर : टाटा स्टील टाउन स्ट्रीम प्रोडक्ट लिमिटेड टीएसडीपीएल कंपनी में चालक का काम करने वाले बर्मामाइंस रघुवर नगर के रहने वाले उमेश झा (55) की मौत के मामले में बस्ती के लोगों के साथ परिवार के लोग सुबह आठ बजे से कंपनी गेट पर बैठ गए हैं। परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी देने और मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। मौके पर पुलिस भी पहुंची हुई है और बस्ती के लोगों को हटाने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में दोपहर मृतक के आश्रित उग्र हो गए तथा कंपनी गेट पर तोड़फोड़ भी कर दी। आंदोलन का नेतृत्व मजदूर नेता राजीव पांडेय कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उचित मुआवजा नहीं मिलता आंदोलन चलता रहेगा। उन्हेांने इस मामले की शिकायत कारखाना निरीक्षक से लेकर उप श्रमायुक्त तक की है। लेकिन अभी तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं हुई है। कारखाना निरीक्षक ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

तीन बेटियों की कैसे होगी शादी

कंपनी गेट पर बैठे मृतक के परिजनेां का कहना है कि उमेश झा को तीन बेटी है, अब उसका पालन-पोषण व शादी-ब्याह केसे होगा। बस्ती के लोग परिजनों का इस कारण से सहयोग कर रहे हैं उन लोगों का कहना है कि मृतक के आश्रित को बगैर नौकरी दिए परिवार के सदस्यों को जीना भी दूभर हो जाएगा।

मुआवजा नहीं मिलने तक गेट जाम

कंपनी गेट पर बैठे बस्ती के लोगों का कहना है कि जब तक नौकरी और मुआवजे पर बात नहीं होती है तब तक वे कंपनी गेट के समझ बैठे रहेंगे। हालांकि मौके पर पहुंचकर पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है, लेकिन मौजूद लोग कि उनकी बातों को नहीं सुन रहे हैं।

मृत चालक के परिजनों को मिले 14 लाख

टाटा स्टील टाउन स्ट्रीम प्रोडक्ट लिमिटेड (टीएसडीपीएल) कंपनी में ट्रांसपोर्टर के अधीन चालक का काम करने वाले बर्मामाइंस रघुवर नगर के रहने वाले उमेश झा (55) की मौत के मामले में बस्ती के लोगों के साथ परिवार के लोग सुबह आठ बजे से देर शाम तक कंपनी गेट जाम रखा। परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी देने और 20 लाख मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। देर शाम प्रबंधन, ट्रांसपोर्टर, परिजन तथा राजनीतिक दलों के नेता के साथ मुआवजा पर वार्ता हुई, जिसमें करीब 14 लाख राशि देने पर सहमति बनी। यह राशि दो ट्रांसपोर्टर के द्वारा दी जाएगी। इसके अलावा अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद के साथ अन्य सहयोग देने पर राजी हो गयी। वार्ता के दौरान मुख्य रुप से यूनियन अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय, राजीव पांडेय के अलावा विजय यादव, गोपाल यादव, अतुल कुमार आदि शामिल रहे। चेक मिलने के बाद धरना समाप्त हुआ।