-सात गाडि़यां और चार अपराधी दबोचे
-पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना, चलाया वाहन चेकिंग अभियान
-गोलमुरी चौक के पास चोर गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ा
-बिहार का रहनेवाला है चोर गिरोह का मास्टरमाइंड
-सिदगोड़ा के एक कंप्यूटर दुकान में तैयार होते थे नकली कागजात
JAMSHEDPUR : जमशेदपुर पुलिस ने पिछले दो सालों से अंतर्राज्यीय स्तर पर वाहन चोरी कर बिक्री करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार चोरों की निशानदेही पर पुलिस ने शहर के विभिन्न इलाके से चोरी की सात गाडि़यां बरामद की हैं। इसके अलावा पुलिस को बड़ी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, लाइसेंस, वोटर आई कार्ड, कंप्यूटर, पिंटर जब्त किया है। एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने बताया कि पांच अगस्त की शाम उन्हें सूचना मिली कि बिरसानगर थाना क्षेत्र से चोर कार चोरी कर आदित्यपुर की ओर ले जाने वाले हैं।
की वाहन चेकिंग
गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने एक पुलिस टीम का गठन किया। निर्देशानुसार पुलिस ने गोलमुरी चौक पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया। गोलमुरी चौक पर कागज चेक करने के दौरान एक सफेद रंग की कार पर सवार चालक भागने की कोशिश करने लगा। इस पर पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ा। कार पर तीन लोग सवार थे। पूछने पर अपना नाम सुनील कुमार सिंह, टिंकू दास, विनय कुमार मिश्रा बताया। कागजात की जांच की गयी तो पता चला की कागजात से गाड़ी का नंबर प्लेट से मिलान नहीं हो रहा है। जब कड़ाई से पूछताछ की गयी तो इन्होंने बताया कि गाड़ी बिरसानगर से चोरी कर आदित्यपुर बिक्री करने के लिए ले जा रहे थे।
छपरा का है सरगना
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि अंतर्राज्यीय कार चोर गिरोह का सरगना छपरा, बिहार का रहने वाला है। इसमें शिवपूजन प्रसाद, छपरा, राजकिशोर प्रसाद छपरा निवासी तथा कामता सिंह उर्फ अनिल कुमार प्रसाद सिवान बिहार के रहने वाले हैं। एसएसपी ने बताया कि गिरोह के तीनों सरगना का काम अलग-अलग राज्यों से गाड़ी चोरी कर सप्लाई करना। इसके बाद चोरी के कारों को झारखंड के विभिन्न जिलों में खपा देना। गाड़ी बेचने के बाद जो पैसा आता है, इनके खाते में जमा करा देते हैं।
मनीष बनाता था नकली कागजात
एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने बताया कि गाड़ी बेचने के लिए नकली कागजात इनके साथ व सहयोगी मनीष अग्रवाल तैयार करता था। मनीष की कंप्यूटर की दुकान सिदगोड़ा में है। मनीष अग्रवाल व टिंकू दास मिलकर नकली आधार कार्ड भी तैयार करते थे, जिसका उपयोग ग्राहक को गाड़ी बिक्री करने के समय अपना पहचान पत्र के रूप में दिखाते थे। इससे ग्राहक को अपराधियों व गाड़ी पर भरोसा हो जाता था।
देश में फैला है नेटवर्क
एसएसपी ने बताया कि वाहन चोर गिरोह का नेटवर्क पूरे देश में फैला है। उन्होंने बताया कि अब तक मिली जानकारी के अनुसार झारखंड, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश में अब तक भ्0 से अधिक चोरी की कार का पता चला है।
बरामद सामान
सफेद बोलेरो - जेएच0ख्एडी ब्भ्9क्
क्रीम रंग का बोलेरो - बीआर 0क्पीबी ब्ब्म्7
हरे रंग का बोलेरो - बीआर ख्7, म्ब्79
टाटा सुमो - बीआर 0ब्एन म्ब्भ्ख्
बोलेरो - जेएच0ख्एस क्9फ्ब्
इनोवा - जेएच 0फ्ई 9009
बोलेनो - जेएच0क् एजेड ब्ख्भ्क्
कंप्यूटर सेट प्रिंटर समेत विभिन्न प्रकार के भ्0 फर्जी कार्ड
गिरफ्तार अपराधी
-सुनील कुमार सिंह, पिता गणेश प्रसाद, जोन नंबर म् बिरसानगर
-टिंकू दास, पिता अक्षय जीवन दास, शांतिनगर, बारीडीह बस्ती
-विनय कुमार मिश्रा, पिता स्व बबन मिश्रा, क्वार्टर नंबर म्फ् रोड नंबर एक टेल्को कॉलोनी
-मनीष अग्रवाल पिता कैलाश चंद्र अग्रवाल, भालुबासा