छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : देवनगर स्थित सरदार पटेल आश्रम के लोगों का आशियाना शुक्रवार की सुबह जल कर राख हो गया। आग जिस समय लगी उस वक्त घर में केवल बच्चे एवं बूढ़े-बुजुर्ग ही थे। आग लगते ही पूरे बस्ती में अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। चारों ओर से बचाव-बचाव की चीख-पुकार सुनाई देने लगी। इतने में आस-पास बसी बस्तियों निर्मल नगर, पटेल नगर और राजेंद्र नगर के युवक मोनी, अमित, राजेश, मुकेश, छोटू, लक्ष्मण, मन्नू, आनंद और टाटा ने मोर्चा संभाला और बचाव के लिए कूद पड़े। उन्होंने 70 वर्षीय बूढ़ी महिला सुभद्रा और आग के धुएं से बेहोश पड़ी युवती पूटी को बाहर निकाला। बावजूद आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और 19 झुग्गी-झोपड़ी जलकर राख हो गई।

कुछ नही बचा, राख में बचे अवशेष को तलाशते रहे लोग

सरदार पटेल आश्रम में आग से खाक हुई झुग्गी-झोपड़ी पर पानी की बौझार से धूं-धू कर जल रहे घरों का धुंआ जब पूरी तरह बुझ गया तब जो नजारा देखने को मिला वह बेहद ही दिल को झकझोर देने वाला था। कोई अपने घरों के जले हुए आलमारी और शोकेश में से कपड़े और कागजात की खोज कर रहा था, तो कोई आग से तपे बर्तन को समेट रहा था।

कर्ज लेकर बनाई गई थी झुग्गी-झोपड़ी

मुखिया राधु महतो ने बताया कि बस्ती में ज्यादातर कुष्ठरोगी ही रहते है। बरसात के कुछ दिन पहले ही बस्ती के सभी लोगों ने कर्ज लेकर झुग्गी-झोपड़ी की मरम्मत कराई थी। लेकिन अब तो घर ही नहीं रहा। ना ही बनाने खाने के लिए बर्तन बचे है। अब क्या करे, क्या न करे ये किसी के समझ में नहीं आ रहा है।