जमशेदपुर, चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिला के पूर्व सिविल सर्जन डॉ। फकीरचन्द्र हेम्ब्रम को चाईबासा पुलिस ने शुक्रवार को जमशेदपुर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश करते हुए जेल भेज दी है। उनके ऊपर 2005 में गलत तरीके से बहाली करने का आरोप लगा था। इसके बाद सितंबर 2020 में पूर्व सिविल सर्जन डॉ। ओमप्रकाश गुप्ता ने सदर थाने में मामला दर्ज कराया था। उसी मामले में कार्रवाई करते हुए चाईबासा सदर थाने की पुलिस ने पूर्व सीएस को गिरफ्तार किया है। सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने बताया कि वेस्ट सिंहभूम जिले में वर्ष 2005 में हुई अवैध बहाली मामले में लोकायुक्त झारखंड की जांच के बाद पिछले वर्ष सदर थाना में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ फकीरचंद्र हेंब्रम के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया था। उसी आलोक में यह कार्रवाई की गयी है।

क्या है मामला

यहां बता दें कि पूर्व सीएस डॉ। हेंब्रम पर जिले में 20 फर्मासिस्ट, 100 से अधिक एएनएम और 6 प्रयोगशाला सहायकों की बहाली के लिए निकाली गई मेधा सूची में गड़बड़ी की गई थी। इसमें आरक्षित कोटा के खाली पड़े पदों पर अनारक्षित कोटा के लोगों को बहाल कर दिया था। इसका खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता बुधराम लागुरी ने राज्य सूचना आयोग से प्राप्त सूचना के बाद किया था, जिसमें प्रयोगशाला सहायक के पद पर दो ऐसे लोगों को बहाल कर दिया गया था, जिन्होंने कभी किसी साक्षात्कार में भाग लिया ही नहीं था। इसके बाद आरटीआई कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत लोकायुक्त झारखंड से की थी। लोकायुक्त की जांच के बाद मामला सही पाया गया। इसके बाद इस मामले में पूर्व सिविल सर्जन डॉ ओमप्रकाश गुप्ता ने तत्कालीन डीसी अरवा राजकमल के अनुमोदन पर सदर थाना में सितंबर 2020 में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसी अवैध बहाली मामले में पूर्व सीएस को गिरफ्तार किया गया है।