रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची स्थित नागा बाबा खटाल में सब्जी मार्केट बनाया गया है। इस मार्केट का संचालन शुरू हुए अभी दो साल भी नहीं बिता है, और अभी से ही मार्केट का हाल बेहाल हो चुका है। मार्केट की छत से पानी टपकने लगा है। सब्जी विक्रेताओं को अपनी दुकान लगाने में भी परेशानी हो रही है। पानी की वजह से यहां खरीदारों का आना कम हो गया है। मार्केट के दुकानदारों ने बताया कि बारिश के पानी के अलावा वॉश रूम का भी पानी छत से नीचे टपक रहा है, जिससे काफी दुर्गंध आती है। दुकानदारों को जहां जगह अलॉट की गई थी, वे वहां अपनी दुकान न लगाकर मजबूरी में चबूतरे से बाहर दुकान सजा रहे हैं। इस वेजिटेबल मार्केट के निर्माण में करीब 11 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। लेकिन महज दो साल में ही इसकी हालत देखने से लगता है जैसे मार्केट की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया गया है।

उखडऩे लगे पलास्टर, दीवारों में भी दरारें

मार्केट की छत से प्लास्टर उखडऩे लगा है। तीन फ्लोर की इस बिल्डिंग में हर तरफ कचरा और गंदगी नजर आता है। टॉयलेट की हालत और ज्यादा बुरी हो चुकी है। जैसे इसकी कभी सफाई ही नहीं कराई जाती है। इस मार्केट का उद्घाटन बीते साल मार्च महीने में हुआ था। देखा जाए तो अभी मार्केट संचालित हुए दो साल भी पूरे नहीं बीते है। 16 महीने में ही मार्केट की दुर्गति हो चुकी है। मार्केट में सब्जी और फल दुकानों के लिए 300 से अधिक दुुकानें बनाई गई हैं। मार्केट को तैयार करने में चार साल से अधिक का वक्त लगा गया है। इसे झारखंड का पहला सेमी अंडरग्राउंड सब्जी मार्केट भी कहा जाता है। लेकिन फिलहाल इसकी दयनीय स्थिति है। नगर निगम के पदाधिकारियों को भी इसकी सुध लेने की फुर्सत नहीं। दुकानदार बताते हैं कि कभी कोई पदाधिकारी वस्तुस्थिति जानने नहीं आता है। छत से पानी टपकने की शिकायत की गई है, लेकिन सुनवाई नहीं होती।

पार्किंग बना तालाब

वेजिटेबल मार्केट में पार्किंग प्लेस भी बनाया गया है, यहां करीब पांच सौ दो पहिया वाहन की पार्किंग हो सकती है। लेकिन दुकानदार हो या खरीददार कोई भी इस पार्किंग में अपनी गाड़ी पार्क नहीं कर रहा है। इसकी वजह है पार्किंग में जलजमाव होना। वेजिटेबल मार्केट की पार्किंग तालाब में तब्दील हो चुकी है। बीते दिनों हुई बारिश ने पार्किंग की शक्ल ही बदल दी है। पार्किंग में घुटने भर पानी भर गया है। जबकि फिलहाल हल्की बारिश ही हुई है। तब इस पार्किंग का यह हाल है, जब बारिश चरम पर होगी तब हालत क्या होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां कीड़े-मकोड़े भी पनपने लगे हैं। दुकानदारों का कहना है कि स्थिति इतनी ज्यादा खराब है कि कई दुकानदार और ग्राहक फिसलकर गिर भी चुके हैं। शुरुआत में मार्केट काफी अच्छा था, लेकिन अब यहां ग्राहकों की कमी होने लगी है।

40 हजार वर्गफीट में मार्केट

जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए नागा बाबा खटाल के समक्ष वेजिटेबल मार्केट का निर्माण कराया गया है। खटाल की 1.48 एकड़ जमीन पर करीब 40 हजार वर्गफीट में अंडरग्राउंड वेजिटेबल मार्केट का निर्माण कराया गया है। डेढ साल में ही मार्केट हांफने लगा है। दुकानदार भी डर के साए में अपनी दुकान लगा रहे हैं। महिला दुकानदार ललीता देवी ने बताया कि उन्हें जो स्थान अलॉट किया गया है, वहां गंदा पानी टपकता है। सब्जी खराब हो जाती है। कई बार फिसलकर गिर भी चुकी हैं। इसलिए दूसरे लोगों के स्थान पर जाकर दुकान लगाती हैं। कुछ बिक्री भी नहीं होती है। पार्किंग में पानी भरने से लोग भी आना कम कर दिए हैं। बाहर से ही वे सब्जी खरीद लेते हैं। मार्केट के दुकानदारों की स्थिति खराब है।

मार्केट में बढ़ी चोरी की शिकायतें

सब्जी मार्केट में चोरी की भी शिकायतें बढ़ी हैं। किसी का पैसा तो किसी का मोबाइल फोन इस मार्केट से चोरी होने लगा है। यहां तक कि दुकानदारों के भी पैसे चोरी हुए हैं। दुकानदार सोनी देवी ने बताया कि उनके पांच सौ रुपए की चोरी हो गई। जबकि रामवचन साव के आठ सौ रुपए चोरी हुए हैं। मार्केट में सुरक्षा को लेकर कोई व्यापक इंतजाम नहीं है। सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात नहीं किया गया है।