रांची: दो दिन पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में कोविड सर्किट सिस्टम की शुरुआत की और दो दिन में ही 150 से अधिक जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड उपलब्ध कराई गई। सबसे अधिक रांची के लोगों को खूंटी के अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड उपलब्ध कराई गई है। इसके बाद जमशेदपुर और रामगढ़ में भी ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड उपलब्ध कराई गई। सरकार की ओर से जारी 104 नंबर पर लोग कॉल भी कर रहे हैं और उनके लिए बेड की व्यवस्था भी कराई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 सर्किट के लिए एक कॉल सेंटर भी बनाया गया है, जहां हर दिन बेड के लिए लोगों का फोन आ रहा है। इस सेंटर से ही यह तय होता है कि जहां बेड खाली है, वहां मरीजों को भेजा जाएगा।

डॉक्टर पूछते हैं कंडीशन

इस सेवा को संभालने वाले एक अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 सर्किट में रांची जमशेदपुर और उसके आसपास जितने ऑक्सीजन सपोर्टड बेड अवेलेबल हैं, उसकी जानकारी यहां उपलब्ध रहती है। जो भी लोग 104 नंबर पर बेड के लिए फोन कर रहे हैं उनका डॉक्टर कंडीशन पूछते हैं। इसके लिए सभी डॉक्यूमेंट के साथ मरीज का रजिस्ट्रेशन किया जाता है। डॉक्टर जब मरीज का कंडीशन ऑनलाइन और वीडियो कॉलिंग से देख लेते हैं, उसके बाद तय करते हैं कि उनको बेड की आवश्यकता है कि नहीं। बहुत सारे पेशेंट्स ऐसे भी हैं जिनका होम आइसोलेशन में ही डॉक्टरों की सलाह पर इलाज कराया जा रहा है।

सबसे अधिक खूंटी के मरीज

कोविड सर्किट के माध्यम से 2 दिनों में सबसे अधिक खूंटी जिले के प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती कराया गया है। इसके बाद कुछ मरीजों को रांची से जमशेदपुर और रामगढ़ भी भेजा गया है। वर्तमान में राज्य समेत जिले जहां ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खाली है, वहां मरीजों को भेजा जाएगा।

कोविड सर्किट का फायदा

रांची और जमशेदपुर में अगर कोरोना संक्रमितों को ऑक्सीजन युक्त बेड नहीं मिले तो नजदीक के दूसरे जिलों में उन्हें भर्ती किया जाएगा। हेमंत सोरेन ने कहा कि रांची के मरीजों को खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, गुमला में इलाज की सुविधा मिलेगी। इस सर्किट में 2000 ऑक्सीजन युक्त बेड हैं। इनमें 450 बेड खाली पड़ी हैं। इसी तरह जमशेदपुर में कोरोना मरीजों को बेड नहीं मिली तो उन्हें नजदीक के सरायकेला और चाईबासा के अस्पतालों में भर्ती किया जा सकेगा। इस सर्किट में 1250 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं। इनमें 500 खाली पड़ी हैं।

हर जरूरतमंद उठा सकता है लाभ

रांची और जमशेदपुर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों जगहों के अस्पतालों में मरीजों का दबाव भी ज्यादा है। सरकार द्वारा जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन करके दूसरे अस्पतालों में बेड उपलब्ध कराया जा रहा है उनको यह सेवा फ्री में उपलब्ध कराई जा रही है। इस सेवा के तहत जितने भी लोगों को सरकारी या प्राइवेट अस्पतालों में बेड उपलब्ध होगी, उनको इलाज में कोई खर्चा नहीं करना होगा।