RANCHI: कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन पुलिस और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। अभी तक रांची में कोरोना के 25 मरीज मिले हैं। इनमें 23 हिंदपीढ़ी, एक बेड़ो और एक बरियातू इलाके के हैं। गंभीर मामला यह है कि जिस इलाके में कोरोना पॉजिटिव की पहचान की जा रही है उसकी जानकारी मिलते ही उस इलाके के कई लोग अंडरग्राउंड हो जा रहे हैं। उन्हें डर है कि प्रशासन और मेडिकल टीम उन्हें भी क्वारंटीन या आइसोलेशन के लिए ले जाएगी। कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों की कांटैक्ट ट्रेसिंग से पुलिस और मेडिकल टीम ऐसे लोगों तक पहुंच रही है और उन्हें होम क्वारंटीन किया जा रहा है या खेलगांव स्थित क्वारंटीन सेंटर भेजा जा रहा है। लेकिन पूरे प्रॉसेस के दौरान ही लोग भाग जा रहे हैं।

तीन इलाके से भाग रहे

राजधानी के जिन तीन इलाको हिंदपीढ़ी, बरियातू और बेड़ो इलाके से कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, वहां के स्थानीय लोगों के अनुसार करीब 170 से ज्यादा लोग अंडरग्राउंड हो गए हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में लगी टीम का भी कहना है कि कुछ लोगों का नाम तो पता चल रहा है, लेकिन उनका एड्रेस और लोकेशन नहीं मिल पा रहा है।

बेड़ो में 50 से ज्यादा गायब

बेड़ो में जब कोरोना पॉजिटिव मरीज की कंफर्मेशन हुई उसके बाद आसपास के करीब 50 से ज्यादा लोग गायब हो गए हैं। इलाके के असगर अली ने बताया कि कुछ लोग खेती करने के लिए नरकोपी और नगड़ी की तरफ चले गए हैं। बेड़ो को कंटोनमेंट जोन बनाने के बाद पुलिस और मेडिकल टीम इलाके में जांच अभियान चला रही है।

लोग नहीं कर रहे फॉलो

जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं कि जो भी लोग कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आये हैं वे लोग खुद सामने आ जाएं। हो सकता है कि उनमें कोरोना का संक्त्रमण न हो, लेकिन इसके बावजूद अभी तक एक भी केस अपने आप सामने नही आया है।

सील की गई सीमाएं

कोरोना के संक्त्रमण पर नियंत्रण के लिए शहर की सीमाएं सील की जा चुकी हैं। न तो कोई शहर में आ सकेगा और न ही कोई बाहर जा सकता है। डीसी राय महिमापत रे ने बताया कि सरकार के आदेश के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने सख्त आदेश दिया है कि खुली सड़क पर घूमने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ की जाए।

लगाए जा रहे कैमरे

राजधानी में पहले से ही हर इलाके में सीसीटीवी कैमरा इंस्टाल किया गया है। हिंदपीढ़ी से लोगों के भागने की घटनाओं के बाद वहां भीतरी इलाके में भी कैमरे लगाए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में वीडियो रिकार्डिग भी कराई जा रही है। इलाके में बिना अनुमति दुकानें खुली मिली तो उस क्षेत्र के पुलिस अफसर की जिम्मेदारी होगी। पुलिस की गाडि़यों में बैठी पुलिस टीम भी मोबाइल से वीडियो बना ले रही है।

केस- 1- आफताब ने बदल लिया घर

सिटी के एक चर्चित अस्पताल में कार्यरत आफताब अंसारी (नाम बदला हुआ) को कोरोना संदिग्ध बताते हुए अस्पताल प्रबंधन ने आने से मना कर दिया। इसकी जानकारी स्थानीय थाना को भी दी गयी। अस्पताल के रिकार्ड में दर्ज पते पर पहुचने से पुलिस को पता चला कि आफताब ने घर बदल लिया है। काफी मशक्कत के बाद आफताब को तलाश कर रिम्स भेजा गया।

केस- 2-दो फल विक्त्रेताओं की तलाश

विगत दो दिनों से जगन्नाथपुर और धुर्वा पुलिस दो फल विक्त्रेताओं को तलाश रही है। कांटैक्ट ट्रेसिंग में पता चला कि वे लोग कोरोना पॉजिटिव फल सब्जी कारोबारी के सम्पर्क में आ चुके थे। पुलिस के पास सिर्फ उनका नाम और एरिया उपलब्ध है।

केस- 3- अस्पताल के 5 स्टाफ गायब

प्रशिक्षु आईपीएस की पिता की मौत के बाद कांटेक्ट ट्रैसिंग कर रही टीम ने 200 से ज्यादा लोगो को क्वारंटीन कर दिया है। लेकिन जांच के दायरे में आय अस्पतालों और जांच केंन्द्रों के 5 कर्मी लापता हैं। पुलिस उन्हें तलाश रही है।

कुछ लोग केवल कोरोना के नाम से दहशत में आ जा रहे हैं और या तो भागने लगे रहे हैं या छुप जा रहे हैं। ऐसा नही होना चाहिये। पुलिस और मेडिकल टीम आपकी सहायता के लिए है। खुद सामने आएं और अपनी जांच करवाएं। ज्यादा चांसेज है कि कोरोना का संक्त्रमण न हो और अगर होगा भी तो समय पर इलाज शुरू होने से जान बच जाएगी।

अनीश गुप्ता

एसएसपी, रांची