रांची(ब्यूरो)। झारखंड की अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति परिवारों से आनेवाले बेटे-बेटियों को गरीबी के कुचक्र से बाहर निकालकर आधुनिक प्रशिक्षण देकर सुरक्षित रोजगार देने के लिए राज्य सरकार के मार्गदर्शन में कल्याण गुरुकुल रोज नए आयाम गढ़ रहा है। एक अप्रैल 2022 से 11 अप्रैल 2022 के बीच 279 युवाओं को कल्याण गुरुकुल द्वारा प्रशिक्षण के बाद रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इनमें 151 युवकों को कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्चरिंग तथा 128 युवतियों की सिलाई मशीन ऑपरेटर के पद पर नियुक्ति हुई है। नियुक्ति के साथ ही युवाओं को 20, 056 रुपए सीटीसी एवं युवतियों को 16, 554 रुपए सीटीसी मिलेगा। इसके बाद इनकी कार्यदक्षता के अनुरूप सैलरी में बढ़ोतरी की जाएगी।

अब तक 15 हजार युवाओं को रोजगार

2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा शुरू किए गए कल्याण गुरुकुल से उनके वर्तमान कार्यकाल में अब तक 15 हजार से अधिक युवक-युवतियों को रोजगार मिल चुका है। इनमें से 150 से अधिक युवतियों को कल्याण गुरुकुल रामगढ़ और पतरातू से रोजगार मिला है। इस कड़ी में कल्याण गुरुकुल कांके में प्रशिक्षण प्राप्त हुनरमंद 26 छात्राओं को तमिलनाडु के तिरुपुर स्थित मॉर्फो निटवीयर कंपनी में प्लेसमेंट मिला है। सिलाई में कुशल इन छात्राओं को अच्छे मानदेय, बेहतर सुविधा और सुरक्षित माहौल में काम उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया गया है।

छह भाषाओं में जानकारी

राच्य के ज्यादा से ज्यादा युवक-युवतियों को कल्याण गुरुकुल से जोड़कर अपनी जिंदगी बेहतर करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। इस संबंध में कल्याण गुरुकुल के जनसंपर्क अधिकारी आलोक पांडेय ने बताया कि युवा अब फोन नंबर 6204800180 पर कॉल कर प्रशिक्षण एवं रोजगार के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। जानकारी हिन्दी के साथ-साथ संथाली, हो, नागपुरी, बंगाली और अंग्रेजी भाषा में भी उपलब्ध है। राच्य के जरूरतमंद युवक-युवती प्रशिक्षण एवं रोजगार के बारे में जानकारी ले सकते हैं।