रांची: राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में पहले दलाल मरीजों को निशाना बना रहे थे। कभी खून तो कभी दवा दिलाने के नाम पर मरीजों और उनके परिजनों से पैसे ठग लिए गए। अब डॉक्टरों ने भी मरीजों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जहां लेंस लगाने के नाम पर एक मरीज के परिजन से डॉ वीबी सिन्हा यूनिट में चार हजार रुपए वसूल कर लिया गया। इसे लेकर मरीज के परिजन ने रिम्स प्रबंधन को लिखित शिकायत करते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि रिम्स जैसे सरकारी हॉस्पिटल में जब डॉक्टर ही मरीजों को लूटने का काम करेंगे तो दलालों की क्या कहेंगे। यही वजह है कि आए दिन दलाल इलाज के लिए आने वाले मरीजों को निशाना बनाते रहते हैं।

आपरेशन रोकने की दे डाली धमकी

27 जनवरी को पस्तीमा देवी को रिम्स में आंख का आपरेशन कराने को लेकर एडमिट कराया गया, जहां परिजनों से लेंस लगाने के नाम पर तत्काल पांच हजार रुपए जमा कराने को कहा गया। परिजनों ने डॉक्टर और नर्स से भी बात की लेकिन वे बिना पैसे लिए आपरेशन करने को तैयार नहीं थे। इतना ही नहीं, पैसे नहीं देने पर आपरेशन टालने की धमकी भी दे डाली। वहीं चार हजार रुपए लेने पर अड़े रहे। हारकर परिजनों ने चार हजार रुपए डॉक्टरों को दिए तो उनके मरीज का आपरेशन किया गया।

मौका देख लूट रहे मरीजों को

हॉस्पिटल में हर दिन 1500 मरीज केवल ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं। इसके अलावा 400 मरीजों को इमरजेंसी में गंभीर स्थिति में लाया जाता है। अब मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर हर कदम पर उन्हें ठगा जा रहा है। डॉक्टर से लेकर नर्स, स्टाफ व कुछ सिक्योरिटी गा‌र्ड्स भी इसमें शामिल हैं। वहीं दलाल भी खुलेआम मरीजों को निशाना बना रहे हैं।

रिम्स में ऐसे मची है लूट

28 दिसंबर 2020: सर्जरी डिपार्टमेंट में एक मरीज को एडमिट किया गया। उसे लंबे समय से पेट में समस्या थी। जब डॉक्टर ने उनकी सर्जरी की तो अंदर से ट्यूमर की तरह निकला, जिसकी बायोप्सी कराने को डॉक्टरों ने कहा। एक व्यक्ति आया और सैंपल लेकर चला गया और 4 हजार रुपए मांगे। कुछ देर बाद दूसरा व्यक्ति आया और उसने जल्दी रिपोर्ट देने के नाम पर एक हजार रुपए ठग लिये।

30 जनवरी, 2021: पोस्टमार्टम रिपोर्ट के नाम पर पुलिस के एक जवान ने वसूली कर ली। एक बच्ची से पिता का पोस्टमार्टम सर्टिफिकेट दिलाने के नाम पर बरियातू थाना कैंप के एक स्टाफ ने बच्ची को भरोसा दिलाया, लेकिन इसके लिए पुलिस जवान ने बच्ची से एक हजार रुपए देने की बात कहीं। पुलिस के जवान ने बच्ची से एक हजार रुपए लेकर उसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप दी। हालांकि, उसकी पहचान करते हुए सस्पेंड कर दिया गया।