RANCHI:राजधानी में कोरोना का कहर कम होता जा रहा है। हर दिन घटते मरीजों के कारण अस्पतालों में बेड भी खाली हो रहे हैं। अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी अस्पतालों में आम मरीजों के इलाज के लिए 50 परसेंट बेड सुरक्षित रखने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में सरकारी और प्राइवेट सभी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 75 परसेंट बेड आरक्षित करके रखा गया है। यानी 75 परसेंट बेड पर कोरोना से बीमार मरीजों का ही इलाज होगा, बाकी के 25 परसेंट बेड पर ही दूसरी बीमारियों का इलाज हो रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग अब 50 परसेंट बेड पर दूसरी बीमारी से ग्रस्त मरीजों का इलाज सुनिश्चित करने का प्रस्ताव बना रहा है। बहुत जल्द इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जारी किया जाएगा।

आम मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में 25 परसेंट बेड कोरोना के मरीजों के लिए रिजर्व रखा गया था। मरीजों की संख्या बढ़ती रही, इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया गया। मरीजों की संख्या जब और अधिक बढ़ने लगी तो सभी अस्पतालों में 75 प्रतिशत बेड कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए रिजर्व कराया गया। अब एक सप्ताह से जब मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है, तो स्वास्थ विभाग द्वारा जो 75 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का निर्णय लिया गया था, उसे अब कम किया जा रहा है। अब 50 प्रतिशत पर दूसरी बीमारी के मरीजों के इलाज के लिए बेड रिजर्व रखा जाएगा। सिर्फ 50 प्रतिशत बेड पर ही कोरोना के मरीजों का इलाज किया जाएगा।

आम मरीजों को हो रही है परेशानी

कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही दूसरी बीमारियों से पीडि़त लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। अधिकतर अस्पताल में कोरोना के मरीजों का इलाज हो रहा है। इस कारण दूसरी बीमारी से पीडि़त मरीज अपना इलाज नहीं करा पा रहे हैं। एक सप्ताह पहले तक दूसरी बीमारी से परेशान लोगों को अस्पतालों में एडमिशन नहीं लिया जाता था। हालत यह थी कि लोग परेशान होकर घर पर रह रहे थे लेकिन इलाज नहीं हो पा रहे थे।

अस्पतालों में ओपीडी बंद

अभी की स्थिति यह है कि अधिकतर अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है। इन जगहों पर सिर्फ आईपीडी में एडमिशन लिया जा रहा है। शहर के बड़े अस्पताल से लेकर छोटे नर्सिंग होम और क्लिनिक तक में डॉक्टरों ने ओपीडी सेवा बंद कर रखी है। डॉक्टर नहीं बैठने के कारण कोविड के अलावा अन्य बीमारी से पीडि़त लोग अपना इलाज नहीं करा पा रहे हैं। अब जब 50 प्रतिशत बेड आम बीमारी के मरीजों के लिए आरक्षित किया जाएगा तो डॉक्टर भी ओपीडी सेवा शुरू करेंगे।

रांची के अस्पतालों में बेड की संख्या

मेडिका - 180

मेदांता - 75

सेमफोर्ड - 119

हेल्थ प्वाइंट - 96

राज अस्पताल - 84

गुरुनानक अस्पताल - 76

आर्किड - 66

सेवा सदन - 74

सेंटविटा - 48

पल्स हॉस्पिटल - 155

मेडिका - 180

मेदांता - 75

रामप्यारी हॉस्पिटल - 44