रांची: रांची के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। हालांकि, यह फौरी है, फिर भी राहत देने वाली है। दरअसल, रांची में कोरोना के नए संक्त्रमितों के मिलने और स्वस्थ होने वालों के बीच का फासला बेहद कम हो गया है। यानी जितने लोग संक्त्रमण की चपेट में आ रहे हैं, लगभग उतने ही लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं। दूसरी ओर, नए संक्त्रमितों के आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल के अंत तक कोरोना का जैसा तांडव चल रहा था, वह ढलान पर जा रहा है। अप्रैल के अंतिम पांच दिनों का आंकड़ा और मई के शुरुआती पांच दिनों के आंकड़े में पड़ा अंतर देखने को मिल रहा है।

फासला केवल 496 का रहा

मई के पांच दिनों यानी एक से लेकर पांच तारीख के बीच नए केसेज और रिकवरी के बीच का फासला केवल 496 का रह गया। यानी जितने नए संक्त्रमित मिले, उससे केवल 496 कम लोग ही रिकवर हुए। मई के पांच दिनों में 5390 संक्त्रमितों की पहचान हुई थी। दूसरी ओर, इसी दौरान 4894 लोग स्वस्थ भी हो गए। इस प्रकार संक्त्रमण और इससे मुक्त होने वालों के बीच के आंकड़े का फासला पांच सौ से भी कम रह गया।

अप्रैल के अंतिम पांच दिन डरावने

बीते महीने यानी अप्रैल में आंकड़े बहुत भयावह थे। कोरोना संक्त्रमण से जहां एक ओर मरीजों को वेंटीलेटर में रखने की जरूरत पड़ रही थी, वहीं रिकवरी भी बेहद कम हो रही थी। अप्रैल के अंतिम पांच दिन यानी 26 से 30 अप्रैल के बीच संक्त्रमण की चपेट में आने वालों की संख्या 7867 थी। इस दौरान 3718 लोग स्वस्थ हुए थे। यह फासला बहुत बड़ा था। संक्त्रमण की चपेट में जितने लोग आए थे, उसकी तुलना में जितने लोग रिकवर हुए उनका फासला 4149 का था।

2474 लोग कम संक्त्रमित

पिछले दस दिनों के आंकड़े को खंगालने पर पता चलता है कि अप्रैल के अंतिम पांच दिनों की तुलना में मई के महीने में नए संक्त्रमितों की पहचान में कमी आई है। दोनों महीनें के पांच-पांच दिनों के संक्त्रमण के रिकॉर्ड बताते हैं कि अभी 2474 कम रोगी मिले हैं। यानी इन्फेक्टेड लोगों की पहचान का ट्रेंड घटा है।

मौत के आंकड़े भी कम हुए

केवल संक्त्रमितों के मिलने और रिकवरी में सुधार ही नहीं, बल्कि कोरोना के मरीजों के मौत का आंकड़ा भी घट रहा है। अप्रैल के अंतिम पांच दिनों के मुकाबले मई के पांच दिनों में 64 मौतें कम हुई। 26 से लेकर 30 अप्रैल तक जहां 263 लोगों की मौत केवल रांची में हुई थी, वहीं मई के पहले पांच दिनों में 199 लोगों की मौत की पुष्टि हुई।