रांची(ब्यूरो)। रांची में वैसे लोग जो रिवाल्वर और पिस्टल कमर में लटकाकर रौब दिखाते थे, ऐसे 93 लोगों का आम्र्स लाइसेंस रांची डीसी ने रद्द कर दिया है। रांची जिला प्रशासन ने वैसे आम्र्स लाइसेंसधारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, जिनपर हाल के दिनों में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। रांची डीसी के आदेश पर पिछले करीब 18 महीने में 93 से च्यादा लोगों के हथियार के लाइसेंस रद्द किए गए हैं।

लाइसेंस का मिसयूज

इनमें वैसे लोगों के नाम भी शामिल हैं, जिनका लाइसेंस उम्र ज्यादा होने के कारण रद्द किया गया है। कई लोगों ने स्वेच्छा से भी आम्र्स के लाइसेंस को सरेंडर किया है। वहीं, जिला प्रशासन कई ऐसे लाइंसेंसधारियों का लाइसेंस भी रद्द करने की तैयारी में है, जिनके खिलाफ हथियार के दुरुपयोग की शिकायत आई है।

अब भी है डिमांड में

आम्र्स लाइसेंसधारियों के खिलाफ इस ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद भी हथियार का लाइसेंस लेने की चाहत रखने वालों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। जानकारी के मुताबिक, हर महीने रांची में हथियार के लाइसेंस के लिए लगभग 30 से ज्यादा आवेदन आ रहे हैं, लेकिन सभी तरह की प्रक्रिया पूरी करने और सभी अहर्ताओं को पूरा करने वाले लोगों को ही लाइसेंस दिया जा रहा है। फि लहाल 350 से ज्यादा आम्र्स लाइसेंस के आवेदन लंबित हैं।

2016 से 354 लाइसेंस मिले

राजधानी रांची में 2016 से अब तक सिर्फ 354 लोगों को आम्र्स लाइसेंसी डीसी द्वारा जारी किया गया है। इनमें से अधिकतर लोगों ने लाइसेंस लेने के लिए अपराधियों से मिल रही धमकी और आत्मरक्षा का हवाला देकर आवेदन दिया है। हथियार का लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों में व्यापारी, बिल्डर, डॉक्टर, नेता, पुलिस अफसर के जवान भी शामिल रहे हैं। हालांकि जितने लोगों ने आवेदन हथियार लेने के लिए दिया था, उनमें से बहुत कम लोगों को ही लाइसेंस जारी किया गया है।

ज्यादातर को जान का खतरा

लाइसेंसी आम्र्स लेने के लिए आवेदकों ने जो आवेदन दिया है, उसमें लगातार धमकी मिलने और जान जाने का खतरा के बारे में कारण लिखा गया है। इसमें से कई बिजनेसमैन ने भी आवेदन यह कह कर दिया है कि उनका बिजनेस लगातार बढ़ रहा है, जिसके कारण भविष्य में उन पर खतरा बढ़ सकता है।

पिस्टल व रिवॉल्वर चाहिए

हाल के दिनों में जो आवेदन आ रहे हैं उसमें सबसे अधिक पिस्टल और रिवॉल्वर की डिमांड है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि इन हथियारों को पास रखना और उनका इस्तेमाल करना आसान होता है। पहले एक नाली और दो नाली बंदूक की मांग अधिक होती थी।

कोरोना काल में ज्यादा लाइसेंस मिले

सबसे अधिक कोरोना काल में लोगों को आम्र्स लाइसेंस दिया गया। साल 2020 और 2021 कोरोना कल में सबसे अधिक लाइसेंस जारी किया गया। इसी दौरान सबसे अधिक लोगों ने आवेदन भी किया। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में 554 लोगों ने हथियार के लिए आवेदन दिया, जिसमें 56 लोगों को लाइसेंस दिया गया। 2021 में 546 लोगों ने आवेदन दिया और 60 लोगों को लाइसेंस दिया गया। साल 2014 में सबसे अधिक 101 लोगों को हथियार का लाइसेंस दिया गया। इस साल 468 लोगों ने लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था। 2014 में लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एक साथ था, इसलिए इस दौरान अधिक लोगों ने आवेदन भी दिया और उनको लाइसेंस दिया भी गया।

क्या है आम्र्स लाइसेंस लेने का प्रॉसेस

जिला प्रशासन के पास आम्र्स लाइसेंस का आवेदन करने पर उसे संबंधित थाना को भेजा जाता है। आवेदन पर इंस्पेक्टर द्वारा जांच की जाती है इसके बाद इसकी जानकारी डीएसपी और सिटी एसपी को दी जाती है। एएसपी को भी इसकी जानकारी दी जाती है। यह देखा जाता है कि आवेदक पर 107 और 144 के अलावा सीपीसी की धाराओं में कोई मामला तो दर्ज नहीं है। आवेदन में कोई भी त्रुटि होने पर संबंधित थाने को लौटा दिया जाता है।