रांची : राजधानी के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए कुल 949 पेड़ काटे जाएंगे। 157 पेड़ को शिफ्ट करने का फैसला लिया गया है। पेड़ों की कटाई हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित हाई पावर कमेटी की मंजूरी के बाद वन विभाग के रेंजर की देखरेख में चल रही है। धुर्वा इलाके के लोगों के विरोध के बाद डीएफओ सबा आलम अंसारी ने मामले की जांच की और उसके बाद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम शुरू है।

1000 करोड़ का प्रोजेक्ट

धुर्वा में 1000 करोड़ रुपए के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। यह प्रोजेक्ट साढ़े 600 एकड़ में फैला हुआ है। इसके दो हिस्से हैं। मेन रोड वाले भाग की तरफ प्रोजेक्ट का 70 फीसद क्षेत्र है। दूसरा हिस्सा बिजली विभाग के आफिस की तरफ है। अभी बिजली विभाग के कार्यालय से एसबीआइ जाने वाली सड़क पर काम चल रहा है। सड़क को चौड़ी करने के लिए पेड़ों की कटाई शुरू कर दी गई है। स्थानीय निवासियों की ओर से पेड़ों को काटे जाने का विरोध किया गया। इसे लेकर जमकर बवाल हुआ। लोगों का कहना है कि इससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों का कहना है की सरकार जब कोई कदम उठाती है तो पर्यावरण का पूरा ख्याल रखा जाता है। जितने पेड़ काटे जाएंगे उससे ज्यादा पेड़ लगाए जाएंगे। बवाल होने के बाद लोगों ने इसकी शिकायत डीएफओ से की। डीएफओ मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच की। यह देखा कि जिन पेड़ों की मंजूरी दी गई है उन्हीं पेड़ों को काटा गया है या फिर अलग से पेड़ काटे गए हैं। जांच में पता चला कि जिन 949 पेड़ों को काटने की मंजूरी मिली है उन्ही पेड़ों की कटाई चल रही है।

प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद लगाए जाएंगे 10 गुना पेड़

हाईकोर्ट द्वारा बनाई गई हाई पावर कमेटी ने पेड़ों की कटाई की अनुमति इसी शर्त पर दी है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद 10 गुना पेड़ लगाए जाएं। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि 949 पेड़ काटे जाएंगे और इसकी जगह 9490 से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे। लेकिन पेड़ लगाने का काम प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ही होगा।

सात इंच से कम परिधि वाले पेड़ ही होंगे शिफ्ट

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आने वाले157 पेड़ों को शिफ्ट करने का का फैसला लिया गया है। इनके तने की परिधि 7 इंच से कम है। इंजीनियरों का कहना है कि सात इंच से अधिक परिधि के तने वाले पेड़ एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट नहीं हो सकते। इसी वजह से बाकी पेड़ काटे जा रहे हैं। जो सात इंच की परिधि से कम हैं। उनको शिफ्ट कर दिया जाएगा।

45 मीटर चौड़ी होगी सड़क

बिजली विभाग से एसबीआइ की शाखा तक जिस सड़क के किनारे पेड़ काटे जा रहे हैं उसे 45 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। अभी इस सड़क की चौड़ाई 17 मीटर है। इसकी चौड़ाई 28 मीटर और बढ़ाई जाएगी।

दो नदियों किनारे बनेगा रिवरफ्रंट टूरिस्ट स्पॉट

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दो नदियों लटमा व एक अन्य के किनारे रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। यहां पर एक पार्क बनेगा जिसे टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर विकसित करने की योजना है। इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है।

स्मार्ट सिटी कारपोरेशन पर्यावरण का पूरा ख्याल रख रहा है। पेड़ों को काटे जाने का काम नियमानुसार हो रहा है। कितने पेड़ काटे जाएंगे उस से 10 गुना पेड़ लगाए जाने हैं। हम स्मार्ट सिटी के साथ ही ग्रीन सिटी भी बनाएंगे।

-अमित कुमार, सीईओ रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन।