रांची (ब्यूरो)। साइबर फ्रॉड पर शिकंजा कसने की तैयारी रांची पुलिस ने कर ली है। दूसरे जिले और राज्यों की पुलिस के साथ टीम बनाकर पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की रणनीति तैयार कर रही है। पुलिस ने जामताड़ा नाम से एक टीम तैयार की है, जिसमें झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश, बंगाल, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की पुलिस शामिल है।

कई स्टेट में नजर

यह टीम झारखंड, बिहार, उड़ीसा समेत दूसरे राज्यों में हो रहे साइबर फ्राड पर नजर रखेगी, एवं एक दूसरे के सहयोग से साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने का काम करेगी। वहीं इस तरह के मामलों के अनुसंधान में भी पुलिस एक दूसरे की मदद करेगी। साइबर क्राइम के मामले में जामताड़ा देश भर में चर्चित है। इसी वजह से टीम का नाम जामताड़ा रखा गया है। समय-समय पर यह टीम समीक्षा भी करेगी। इसकी पहली बैठक 15 जून को होनी है।

डाट भी बरत रहा सख्ती

राजधानी रांची समेत झारखंड के सभी जिलों में साइबर फ्राड रोकने के लिए डाट यानी डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन भी सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। वाई-फाई के माध्यम से डाट मुहिम चलाकर लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रति अवेयर करने का काम कर रहा है। साथ ही इस तरह के फ्राड में शामिल युवाओं को भी रोजगार के लिए जागरूक करेगा। टेलीकॉम टावरों से निकलने वाले उत्सर्जित इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेडिएशन, इंटरनेट डोमेन, नेटवर्क क्वालिटी की मदद से भी साइबर धोखाधड़ी पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।

पुलिस को मिली ट्रेनिंग

साइबर फ्रॉड पर लगाम कसने के लिए पुलिस अधिकारियों को इसकी ट्रेनिंग भी दी जा रही है। वहीं डीएसपी रैंक के अफसरों को भी इसकी ट्रेनिंग दी गई है, जिसके बाद कई अपराधियों को पकडऩे में पुलिस को सफलता भी मिली है। फिर भी साइबर क्राइम में कोई कमी नहीं आई है। आज भी लोग ठगे जा रहे हैं। साइबर क्रिमिनल हर दिन अलग-अलग पैंतरे आजमा कर आम नागरिकों को अपना शिकार बना रहे हैं, जिस लिंक से अपराधी लोगों को ठगने का काम करते हैं। पुलिस उसी लिंक तक पहुंचना चाहती है।

400 मामलों में दूसरे राज्यों का कनेक्शन

राजधानी रांची में साइबर ठगी के करीब चार सौ मामलों में अनुसंधान चल रहा है। इन मामलों में अलग-अलग राज्यों का कनेक्शन सामने आया है। सभी केसेज का अनुसंधान विशेष दस्ता की ओर से कराया जा रहा है। दूसरे राज्यों में रहने वाले संदिग्ध लोगों की जांच की जा रही है। साइबर सेल से मिली जानकारी के अनुसार साइबर अपराधियों ने ठगी के लिए फर्जी सिमकार्ड का प्रयोग किया है।

राजधानी रांची में साइबर फ्रॉड

43 परसेंट मामले ओटीपी पूछकर धोखाधड़ी के

28 परसेंट ओएलएक्स व दूसरे ऐप की मदद से ठगी के

10 परसेंट फेसबुक व सोशल मीडिया से साइबर फ्रॉड

19 परसेंट फर्जी वेबसाइट से साइबर फ्राड

ऐसे बचें साइबर अपराध से

- किसी अनजान नंबर से फोन आने पर अपनी कोई भी निजी जानकारी साझा ना करे।

- इंटरनेट सर्च इंजन, गूगल एड समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दिए गए कस्टमर केयर या हेल्पलाइन नंबर पर भरोसा न करें।

- कस्टमर केयर नंबर के लिए हमेशा अधिकृत वेबसाइट पर ही संपर्क

करें।

- किसी भी अज्ञात व्यक्ति के भेजे गए अनजान लिंक या यूआरएल पर क्लिक न करें।