रांची(ब्यूरो)।बिजली चोरी करने वालों और बकायेदारों की अब शामत आने वाली है। बार-बार अनुनय-विनय कर थक चुका इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट अब एक्शन मोड में आ चुका है। डिपार्टमेंट ने 625 लोगों की टीम तैयार की है जो घर-घर जाकर पावर कनेक्शन और बकाये की जांच करेंगे। सिटी में हो रहे रेवेन्यू लॉस को देखते हुए डिपार्टमेंट की ओर से यह निर्णय लिया गया है। टीम को कई दिशा-निर्देश दिए गए हैं। शहर के अलग-अलग इलाकों में टीम सघन जांच अभियान चलाएगी। इसके लिए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर की निगरानी में पांच सदस्यों की 125 टीम तैयार की गई है। हर टीम में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर के अलावा कार्यकारी एजेंसी के रिप्रजेंटेटिव को शामिल किया गया है। जो हर डिवीजन में कंज्यूमर्स की पड़ताल करेंगे। बिजली की चोरी करते पाए जाने पर उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही दस हजार से अधिक बकाया वालों का कनेक्शन भी काटा जाएगा।

कंज्यूमर्स की परेशानी होगी दूर

जेवीबीएनएल से कंज्यूमर्स को होने वाली किसी भी तरह की परेशानी का निपटारा टीम के सदस्य करेंगे। वैसे कंज्यूमर जिन्हें बिल न मिलने या बिल में किसी प्रकार की त्रुटि होगी उसका भी समाधान निकाला जाएगा। वहीं ऐसे उपभोक्ता जिनका बिजली बिल ज्यादा हो गया है और एक बार देने में असमर्थ हो रहे हैं तो वैसे लोगों को तीन किस्त में पेमेंट करने की सुविधा जेवीबीएनएल देगा। बिजली से संबंधित दूसरी समस्याओं का भी निराकरण करने का निर्देश टीम के सभी सदस्यों को दिया गया है। बिजली की चोरी रोकने के लिए सर्विस वायर का पोल के तार से समायोजन किया जाएगा। इस दौरान मीटर की सील या बाइपास कर चोरी की भी जांच की जाएगी।

लाइन लॉस से बड़ा नुकसान

विभाग की मानें तो निगम को हर महीने बिजली चोरी से करोड़ो रुपए की चपत लग रही है। बिजली वितरण निगम को बिजली चोरी के अलावा अलग-अलग कारणों से होने वाले लाइन लॉस के चलते बड़ा नुकसान झेलना पड़ता है। राज्य भर में लाइन लॉस लगभग 35 प्रतिशत है। निगम का लक्ष्य इसे घटाकर 10 प्रतिशत करने का है। इसके लिए अंडरग्राउंड केबलिंग, एबी केबलिंग आदि का काम चल रहा है। हालांकि अभी काम पूरा नहीं हुआ है। इस दिशा में काम चल रहा है। सिटी के कुछ इलाकों में काम पूरा हो चुका है। लेकिन अब भी ज्यादातर हिस्सा बचा हुआ। जल्द अगले चरण के काम के लिए टेंडर जारी कर इसे शुरू कर दिया जाएगा।

राजस्व वसूली में निगम फेल

पिछले दो माह की वसूली छोड़ दें तो लॉकडाउन के बाद विभाग लक्ष्य के अनुसार राजस्व वसूली करने में असफल रहा है। महाप्रबंधक सह मुख्य अभियंता प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सभी डिविजन में सघन छापेमारी के निर्देश दिए गए हैं। रांची सर्किल के 50 हजार उपभोक्ताओं के पास बिजली निगम का करोड़ों रुपया बकाया है। इसे देखते हुए विभाग ने एक दिन में 1500 उपभोक्ताओं का कनेक्शन काटने का लक्ष्य तय किया है। वैसे उपभोक्ता जो बिल प्राप्त नहीं होने की शिकायत करेंगे, उनसे विभाग मौके पर बिल तैयार करके जमा कराने का आग्रह करेगा।