- अंजुमन ने कहा, आरटीआइ के नाम पर बदनाम करने की साजिश

>RANCHI:अंजुमन इस्लामिया को बदनाम करने के लिए जाली आरटीआइ से मिली चिट्ठी को लोगों के बीच बांटा गया था। यह बातें सोमवार को अंजुमन प्लाजा परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में अंजुमन इस्लामिया के सदर इबरार अहमद ने कही। कहा, झारखंड राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अंजुमन इस्लामिया के महासचिव को सूचित किया कि झारखंड राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड से सूचना के अधिकार (आरटीआइ) से संबंधित कोई आवेदन पत्र प्राप्त नहीं हुआ और न ही सूचना अधिकार से संबंधित कोई उत्तर निर्गत किया गया है। कहा, वक्फ बोर्ड के नाम से जारी चिट्ठी बिल्कुल ही जाली है। अंजुमन इस्लामिया, रांची से दुश्मनी रखने वाले कुछ असामाजिक तत्वों की यह हरकत है। ऐसे असामाजिक तत्वों से रांची के सीधे-साधे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। कहा, अंजुमन के चुनाव में हारने वाले कुछ लोग एक समूह बनाकर अंजुमन को बदनाम करने की हमेशा कोशिश करते रहे हैं। पूछे जाने पर अंजुमन सदर ने कहा कि अंजुमन इस्लामिया क्9क्7 की संगठन है, जो मुसलमानों की सामाजिक संगठन है। यह संगठन मुसलमानों के विकास के लिए काम करता है। वक्फ बोर्ड से मान्यता हो या न हो। अंजुमन जनता हित में कार्य करेगी।

मालूम हो कि इससे पहले भी अंजुमन इस्लामिया पर कई बार आरोप लगते रहे हैं। कभी हज हाउस निर्माण पर तो कभी अल्पसंख्यकों की सुविधा के नाम पर अंजुमन की कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं।

मौके पर अंजुमन के महासचिव मोख्तार अहमद, मो। सज्जाद, शाहिद अख्तर, हाजी मो। नवाब, मो। जमीउल्लाह, मो। गयासुद्दीन मुन्ना भाई, मो। जाहिद, मो। तनवी, मो। सलाउद्दीन मौजूद थे।

अंजुमन इस्लामिया ने रखी मांग :

मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी झारखंड राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड जाली आरटीआइ के खिलाफ कानूनी करवाई करे।

- फर्जी पत्र की जांच निगरानी से हो।

- समाज को गुमराह करने व अंजुमन इस्लामिया को बदनाम करने वाले से सावधान रहने की जरूरत।