रांची: सिटी पुलिस बिजनेस मैन को सुरक्षा के देने के लिए नए सब्जेक्ट पर काम कर रही है। एसएसपी के निर्देश पर रंगदारों को रोकने के लिए नया एक्शन प्लान तैयार किया गया है, जिसके लिए डिपार्टमेंट की ओर से एंटी एक्सटॉर्शन टीम का गठन किया जा रहा है। यह टीम स्पेशल एक्सटॉर्शन के केस को ही सॉल्व करेगी। यह टीम एसपी को रिपोर्ट करेगी। बीते दो सालों में जितने भी एक्सटॉर्शन के मामले आए हैं। उनकी जांच कर इसकी रिपोर्ट एसपी को सौंपी जाएगी। वहीं किसी भी प्रकार के रंगदारी के मामले पर फौरन कार्रवाई करते हुए अपराधी तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। विभागीय जानकारी के अनुसार, टीम 2018 से जून 2021 की सभी आपराधिक घटनाओं की लिस्ट तैयार करने में जुट गई है। इसमें एक्सटॉर्शन के मामलों में यह जानकारी जुटाई जा रही है कि रंगदारी किस अपराधी द्वारा किस व्यापारी से कब-कब मांगी गई है। रंगदारी मांगने के लिए किस तरह के माध्यम का प्रयोग किया गया है। साथ ही कौन से केस उलझे हैं और किसे शार्टआउट कर लिया गया है। इन सभी बिंदुओं पर टीम ने काम करना शुरू कर दिया है।

अपराधियों पर होगी कार्रवाई

टीम की रिपोर्ट के आधार पर रंगदारी मांगने वालों पर पुलिस कार्रवाई करेगी। इसके लिए मुख्यालय से योजना तैयार की जाएगी। रंगदारी मांगने वाला किसी भी गैंग का हो, पहचान कर उसे सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। गौरतलब हो कि कई क्रिमिनल्स जेल में बंद हैं लेकिन उनके गुर्गे जेल में बंद अपराधियों के नाम पर रंगदारी मांग रहे हैं। बीते कुछ दिनों में रंगदारी मांगने का केस बढ़ा है। बडे़ बिजनेस मैन हों या सरकारी अफसर सभी से रंगदारी मांगने का मामला आ चुका है। जिस वजह से सिटी के व्यवसायियों में भय का माहौल है। व्यवसायियों का प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगा चुका है। मामले को गंभीरता से लेते हुए रांची पुलिस ने स्पेशल सेल का गठन किया है, जो एक्सटॉर्शन के मामलों पर तत्परता से काम करेगी। साइबर सेल व अन्य डिपार्टमेंट से सामंजस्य बना कर अपराधी को फौरन पकड़ने का प्रयास किया जाएगा।

रंगदारी में इनके नाम शामिल

रंगदारी मांगने के मामले में कई अपराधियों के नाम सामने आए हैं। इनमें कुछ पकडे़ नहीं गए हैं तो कुछ जेल के अंदर से भी रंगदारी मांगने का काम कर रहे हैं। सुजीत सिन्हा, अमन साव एवं पीएलएफआई के नाम पर भी रंगदारी मांगने का मामला सामने आ चुका है। कुछ माह पहले ही पीएलएफआई पतिराम मांझी और अवधेश जायसवाल के नाम पर भी रंगदारी का मामला आ सामने आ चुका है। कई मामले अब भी अनसुलझे हैं।

पुलिस की ओर से यदि ऐसी कोई तैयारी की गई है तो यह बहुत ही सराहनीय है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। उन्हें तोड़ना जरूरी है।

- विजय अग्रवाल

व्यवसायी आज खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। आये दिन कहीं न कहीं से कोई मामला जरूर आ रहा है। पुलिस यदि स्पेशल टीम बना कर क्राइम पर ब्रेक लगाना चाहती है तो यह अच्छा प्रयास है।

-चंदन प्रजापति

वर्जन

एक्सटॉर्शन मामलों को निबटारे के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है। क्रिमिनल एक्टिविटी को रोकने के लिए यह पहल की गई है।

-एसके झा, एसएसपी रांची