RANCHI: ऑपरेशन नई दिशा के तहत सोमवार को बंदगांव(पश्चिम सिंहभूम) के पीएलएफआई एरिया कमांडर लाल बिहारी सिंह उर्फ लालू हरता के साथ नौ नक्सलियों ने डीजीपी डीके पांडेय के समक्ष सरेंडर कर दिया। कुल दो रायफल व दस कारतूस पुलिस को सौंपे। इसके बाद डीजीपी की ओर से एरिया कमांडर को दो व अन्य सभी नक्सलियों को एक-एक लाख कैश दिए गए।

स्टूडेंट्स थे, जबरन बनाया नक्सली

सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों ने अपने उग्रवादी बनने की कहानी डीजीपी को बताई। कहा कि वे सभी लोग स्टूडेंट्स थे। वर्ष 2013 में गांव में पीएलएफआई के मंगरा लुगुन व अमर गुडि़या का दस्ता पहुंचा। हम सभी को संगठन में शामिल करने का दबाव बनाने लगा। साथ ही संगठन में शामिल नहीं होने पर जान से मारने की धमकी भी दी। हमारे परिजनों द्वारा रोका गया, लेकिन उनलोगों ने सभी के परिवार वालों को भी जान से मारने की धमकी दी। इस वजह से हम लोग सभी पीएलएफआई में शामिल हो गए। इसके बाद सशस्त्र दस्ता के रूप में काम करने लगे। इसमें दोनों कमांडरों ने बंदूक चलाने की ट्रेनिंग दी। बताया कि पीएलएफआई कमांडरों के निर्देश पर उन लोगों का काम विकास कार्यो में अवरोध पैदा करना, लेवी वसूलना, महिलाओं से बदसलूकी एवं छेड़छाड़, नाबालिग लड़कियों व लड़कों को जबरन दस्ता में शामिल करवाना, सरकार द्वारा मुहैया कराए जानेवाले राशन को छीनना, हत्या करना मुख्य पेशा बन गया था। ये काम हम लोगों ने तीन साल किए। जब ऐसे कामों से घृणा होने लगी, तो हथियार डालने की सोची। फिर पुलिस से संपर्क कर सरेंडर कर दिया।

मामा ने बनाया एरिया कमांडर

पुलिस के समक्ष सरेंडर करनेवाले एरिया कमांडर लाल बिहारी सिंह उर्फ लालू भी वर्ष 2013 में पीएलएफआई में शामिल हुआ था। उसका कहना है कि पारिवारिक रंजिश में बदला लेने की भावना से संगठन में शामिल हुआ। इसका कार्यक्षेत्र आनंदपुर, बानो, मनोहरपुर व रनिया था। उसे रामू गंझू दस्ते में लाया था। वह उसका रिश्ते में मामा लगता है। हाल के दिनों में लाल बिहारी सिंह को पीएलएफआई संगठन ने आनंदपुर क्षेत्र का एरिया कमांडर नियुक्त किया था। लाल बिहारी सिंह के खिलाफ गोईलकेरा थाने में हत्या का मामला भी दर्ज है।

इन्होंने किया आत्मसमर्पण

नाम मिली राशि

लाल बिहारी सिंह उर्फ लालू हरता, एरिया कमांडर दो लाख

सामु लुगून एक लाख

मिटू लुगून एक लाख

अचु हेरेंज एक लाख

दाडू उर्फ गंजु लुगून एक लाख

बिरसा लुगून एक लाख

जिरगा लुगून एक लाख

गोमा लुगून एक लाख

सादो लुगून एक लाख

सरेंडर कराने में इनका योगदान

नक्सलियों को सरेंडर कराने में चाईबासा जिला के बंदगांव थानेदार सत्यवीर सिंह, अभियान एएसपी मनीष रमण, एसपी माइकल राज खेस, सीआरपीएफ 174 बटालियन के सहायक समादेष्टा सुरेंद्र कुमार सिंह, सीआरपीएफ 174 बटालियन के सहायक समादेष्टा अच्युता नंद की भूमिका सराहनीय रही।