रांची: पुलिस का नाम सुनते ही लोगों में डर का माहौल बन जाता है। कई लोग तो इस डर से हेल्प भी नहीं मांगने जाते कि कहीं यह उनके लिए मुसीबत न बन जाए। वहीं कई बार पुलिस से मदद मांगना कुछ लोगों को भारी पड़ भी जाता है। लेकिन ऐसा हर बार नहीं होता है। इस धारना को गलत साबित कर दिया है हटिया स्टेशन पर पोस्टेड आरपीएफ की लेडी एएसआई सुशीला बड़ाईक ने, जिन्होंने सुबह ड्यूटी के दौरान न केवल अपना फर्ज निभाया, बल्कि एक बच्चे की भूख मिटाने के लिए घर की तरफ दौड़ पड़ी। बस फिर क्या था अपने बच्चों के लिए रखा दूध गर्म कर वह ट्रेन में सफर कर रही एक बच्चे के लिए ले आई। दूध मिलने के बाद महिला पैसेंजर ने इसके लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया और फिर अपने डेस्टिनेशन के लिए चल पड़ी।

क्या है पूरा मामला

सुबह 06.00 बजे बेंगलुरु से गोरखपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन 06563 हटिया पहुंची। जहां हटिया में कई पैसेंजर्स अपने घरों को जाने के लिए उतरे। इस बीच एक पैसेंजर मधुबनी की मेहरुन्निसा बेंगलुरु से बरौनी के लिए कोच संख्या-16 में अपने 4 महीने के बच्चे के साथ सफर कर रही थी। जैसे ही ट्रेन हटिया स्टेशन पर रुकी उन्होंने एएसआई से कहा कि उनका बच्चा भूखा है। उसके लिए दूध मिल जाए तो अच्छा होगा। इसके बाद सुशीला बड़ाईक ने एक सेकेंड भी देर न करते हुए स्कूटी उठाई और अपने घर पहुंच गई। जहां अपने बच्चों के लिए रखा दूध गर्म किया और बोतल में भरकर स्टेशन पहुंच गई। जब उन्होंने महिला पैसेंजर के हाथ में दूध दिया तो उसने राहत की सांस ली। साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चा बहुत रो रहा था और मैं भी एक मां हूं। इसलिए मैं खुद को रोक न सकी।

कोई भी मां होती तो वो ऐसा ही करती। सुशीला ने खुद के अंदर छिपी मानवता को दिखाया। वहीं समाज की सेवा करने का उनका जच्बा सराहनीय है। मुझे विश्वास है कि पूरे डिवीजन के लिए एक रोल मॉडल साबित होंगी।

-प्रशांत यादव, डिवीजन सिक्योरिटी कमिश्नर, रांची डिवीजन