-100-50 थमाकर चल रहा काम, परमिट की क्यों करें परवाह

-रांची में 3000 से ज्यादा सीएनजी ऑटो, परमिट सिर्फ 700 के पास

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2665 ऑटो को दिया जाना है परमिट

30 दिसंबर तक मांगा गया था आवेदन

45 ऑटो को ही इस महीने मिला परमिट

राजधानी में सीएनजी ऑटो वालों का अपना सिस्टम चलता है। ये न तो सरकार की सुनते हैं और न उसके निर्देशों को ही मानते हैं। राजधानी में 2665 सीएनजी ऑटो को परमिट देने के लिए परिवहन विभाग द्वारा 30 दिसंबर तक आवेदन मांगा गया था। लेकिन बहुत कम लोगों ने ही आवेदन दिया। उप परिवहन आयुक्त द्वारा सिर्फ 45 सीएनजी ऑटो को ही परमिट दिया गया, जबकि राजधानी में 3000 से अधिक सीएनजी ऑटो चल रहे हैं।

अब तक 700 को ही परमिट

पिछले 3 साल से राजधानी में सीएनजी ऑटो चल रहे हैं। शहर में 3000 से अधिक सीएनजी ऑटो हैं। लेकिन अब तक सिर्फ 700 ऑटो को ही परमिट मिल सका है। अब भी 1900 ऑटो को परमिट मिलना बाकी है। लोग परमिट लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं यह प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय बन रहा है।

क्यों नहीं लेना चाह रहे हैं परमिट

सीएनजी ऑटो वाले परमिट लेने के लिए आवेदन भी नहीं कर रहे हैं। इसके पीछे कारण है कि वो अगर एक बार परमिट ले लेते हैं तो उनको हर साल परमिट रिन्यूवल कराना होगा। साथ ही सभी कागजात को दुरुस्त रखना होगा। वहीं, अगर परमिट नहीं लेते हैं तो पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर कुछ पैसा फाइन देकर छूट जाते हैं या पुलिस वाले को ही हमेशा कुछ पैसा देकर मर्जी से चलते रहते हैं।

निगम एरिया का एड्रेस प्रूफ भी नहीं

जितने भी सीएनजी ऑटो वाले हैं उनको परमिट लेने के लिए यह शर्त रखी गई है कि वो रांची नगर निगम क्षेत्र के निवासी हों। निगम क्षेत्र के अंदर रहते हों, लेकिन बहुत सारे ऐसे भी सीएनजी ऑटो वाले हैं जो दूसरे जिलों से रांची में आए हैं और उनके पास निगम क्षेत्र के अंदर का एड्रेस प्रूफ तक नहीं है। इस कारण उनका परमिट निरस्त भी कर दिया जा रहा है।

मांगा गया था आवेदन

रांची की सड़कों पर सीएनजी ऑटो को परमिट देने का निर्णय परिवहन विभाग ने लिया है। सरकार के निर्देश के बाद 30 दिसंबर तक परमिट के लिए आवेदन देने की अंतिम तिथि तय की गई थी। लेकिन बहुत कम लोगों को परमिट मिला। जिन लोगों ने सीएनजी ऑटो खरीद लिया है, उनसे परमिट के लिए आवेदन मांगा गया था। सरकार ने जितने लोगों को परमिट देने का निर्णय लिया है, उससे बहुत कम लोगों ने परमिट के लिए आवेदन दिया है।

ग्रीन एंड क्लीन रांची

ग्रीन एंड क्लीन रांची अभियान के तहत परिवहन विभाग ने रांची नगर निगम को क्षेत्र में 2665 सीएनजी ऑटो को परमिट जारी करना है। आरटीए सचिव द्वारा जारी किए गए आदेश के तहत सीएनजी परमिट वाले ऑटो रांची नगर निगम क्षेत्र के 20 किमी दायरे में चलेंगे। जिन वाहन मालिक के नाम से ड्राइविंग लाइसेंस होगा, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। सीएनजी ऑटो का परमिट लेने के लिए आवेदनकर्ता को रांची नगर निगम का स्थायी या अस्थायी निवासी होना जरूरी होगा। ऐसा नहीं होने पर आवेदनकर्ता का निगम क्षेत्र में खुद का कार्यालय होना चाहिए। लेकिन बहुत सारे लोगों के पास एड्रेस नहीं है।

एक परिवार एक परमिट

परिवहन विभाग के मुताबिक, वैसे वाहन मालिक या परमिटधारी जिन्हें पूर्व से रांची नगर निगम क्षेत्र के लिए ऑटो का परमिट जारी है, उन्हें नया सीएनजी ऑटो का परमिट जारी नहीं किया जाएगा। साथ ही माता-पिता, पुत्र, पुत्री, पति-पत्नी के नाम से पूर्व से ऑटो का परमिट निर्गत है, तो उन्हें भी नगर निगम क्षेत्र के लिए नया सीएनजी ऑटो परमिट नहीं मिलेगा। यदि कोई आवेदक धोखाधड़ी करके नया सीएनजी ऑटो का परमिट लेता है, तो उसका नया व पुराना ऑटो परमिट दोनों को ही रद्द कर दिया जाएगा। साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। आवेदक को परमिट के लिए शपथ पत्र दायर करना होगा। इसके पीछे विभाग का उद्देश्य है रोजगार को बढ़ावा देना। पुरानी मालिकाना व्यवस्था को समाप्त करना। पहले एक ही व्यक्ति 10-12 ऑटो का परमिट ले लेता था और भाड़े पर ऑटो चलवाता था।

बिना परमिट नहीं चलना है

रांची में बढ़ते प्रदूषण पर रोक लगाने को लेकर वर्ष 2015 में हाई कोर्ट ने डीजल-पेट्रोल से चलने वाले 2335 परमिट वाले से ज्यादा ऑटो चलाने पर रोक लगा दी थी। परिवहन विभाग के सचिव ने कोर्ट के निर्देश के तहत आदेश जारी किया था। इसके मद्देनजर फरवरी से ही वैसे ऑटो जिनकी 10 वर्ष की समय अवधि समाप्त हो गयी है, उनके परमिट को रद्द कर उनकी जगह नया सीएनजी ऑटो का परमिट जारी किया जा रहा है। अब तक 10 साल पुराने 850 से 900 ऑटो का परमिट सीएनजी ऑटो परमिट में कन्वर्ट किया गया है। विभाग की मंशा भविष्य में पूरी तरह से सीएनजी आधारित ऑटो सेवा लाने की है। इसके अलावा 2665 नया सीएनजी ऑटो का परमिट जारी किया जाएगा।