रांची(ब्यूरो)। अगर आप भी रांची से दिल्ली या किसी अन्य शहर जा रहे हैं तो साथ में अपनी बाइक या स्कूटी ले जा सकेंगे। वो भी बेहद सही तरीके से और सेफ्टी के साथ। जी हां, रांची रेल डिवीजन के हटिया व रांची रेलवे स्टेशन से जल्द ही टू व्हीलर्स बाइक व स्कूटी का पार्सल पैकेजिंग सिस्टम शुरू होने वाला है। इसके शुरू होने से दूसरे शहरों ओर राज्यों में ट्रेनों के जरिए दो पहिया वाहनों के साथ सुरक्षित तरीके से पहुंच सकता है। बता दें कि अब तक रांची और हटिया रेलवे स्टेशन में बाइक व स्कूटी की पैकेजिंग जैसे-तैसे होती रही है। कोई प्रॉपर व्यवस्था नहीं थी। लेकिन अब नई व्यवस्था शुरू होने के बाद सारी शिकायतें दूर हो जाएंगी।

पार्सल ऑफिस के पास जगह

इस व्यवस्था के शुरू होने से बाइक और स्कूटी की पैकेजिंग के लिए 531 रुपए चार्ज देना होगा। रांची रेल मंडल के कॉमर्शियल विभाग के अधिकारी ने बताया कि नागपुर और विशाखपट्नम स्टेशन पर दोपहिया पार्सल की व्यवस्था पहले से ही लागू है। दक्षिण पूर्व रेलवे रांची में पहली बार यह व्यवस्था शुरू की जा रही हैै। इसके लिए एजेंसी चयन का का शुरू कर दिया गया है। चयनित एजेंसी को रांची और हटिया रेलवे स्टेशन के पार्सल ऑफिस के सामने पार्सल पैकेजिंग के लिए जगह भी उपलब्ध कराई जाएगी।

प्रॉपर व्यवस्था होगी

वर्तमान में रांची और हटिया रेलवे स्टेशन से हर दिन 50 से 60 बाइक और स्कूटी दूसरे शहरों के लिए भेजी जाती हैं। इसमे रांची रेलवे स्टेशन से हर दिन 40 और हटिया रेलवे स्टेशन से 20 बाइक भेजी जाती है। हर महीने अमूमन 1800 बाइक ओर स्कूटी रांची से दूसरे शहरों में भेजी जाती हैं। इतनी अधिक गाडिय़ों को दूसरे शहरों में भेजने से रेलवे को भी अच्छा खासा रेवेन्यू जेनरेट होता है। लेकिन पैकेजिंग की व्यवस्था बेहतर नहीं होने और प्राइवेट वेंडर से जैसे-तैसे काम करने के कारण राजस्व का भी नुकसान होता है।

अभी मनमानी हो रही है वसूली

अभी जो व्यवस्था चल रही है, उसमें कुछ वेंडर या दूसरे लोग भी काम करते हैं। अभी तक रेट फिक्स नहीं होने की वजह से मनमाने तरीके से पैकेजिंग के लिए पैसे वसूले जाते थे, रेट तय नहीं होने की वजह से जो लोग वहां पैकेजिंग करते हैं वो गाडिय़ों के वेट के अनुसार पैकेजिंग चार्ज वसूलते थे, कुछ लोगों को कम दाम में पैकेजिंग कर दी जाती थी, तो कुछ लोगों को पैकेजिंग के बदले अधिक पैसे देने होते थे, पैकेजिंग का चार्ज तय नहीं होने से रेलवे को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब यह नई व्यवस्था लागू होने के बाद रेलवे को भी लाभ होगा। साथ ही जो लोग अपनी पैकेजिंग कराएंगे उनको भी लाभ मिलेगा।

एक्सपर्ट एजेंसी की पैकेजिंग में खतरा नहीं

अब नई व्यवस्था लागू होने के बाद खतरा भी कम रहेगा। अभी रेलवे से बाइक भेजने में परेशानी भी हो सकती है। जैसे-तैसे पैकेजिंग करने के कारण बाइक को डैमेज भी होता है। एक्सपर्ट एजेंसी पैकेजिंग नहीं करती है तो गाड़ी का पेट्रोल भी कभी-कभी पूरा खाली नहीं होता है जिसके कारण कभी हादसा भी हो सकता है। यदि एक्सपर्ट एजेंसी द्वारा पैकेजिंग की जाएगी तो सही सलामत और सुरक्षित तरीके से दूसरे शहर गाडिय़ों को भेजा जा सकेगा।